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पश्चिम रेलवे की ‘रेल दर्पण’ को आशीर्वाद राष्ट्रीय पुरस्कार

देश की प्रमुख साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था ‘आशीर्वाद’ के पिछले दिनों सम्पन्न रजत जयंती वार्षिक पुरस्कार समारोह में पश्चिम रेलवे की लोकप्रिय गृह पत्रिका ‘रेल दर्पण’ हेतु घोषित सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार पर कब्जा करके पश्चिम रेलवे ने एक बार फिर अपनी सृजनात्मक श्रेष्ठता साबित की है। इस समारोह में पश्चिम रेलवे को राजभाषा के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भी सम्मानित किया गया।
ये पुरस्कार ‘आशीर्वाद’ संस्था द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर राजभाषा के क्षेत्र में रचनात्मक उत्कृष्टता के लिए हर वर्ष प्रदान किये जाते हैं। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री जी. सी. अग्रवाल ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर ‘रेल दर्पण’ के प्रधान सम्पादक और पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्र भाकर और उनकी समूची टीम को तथा राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य के लिए पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. सुशील कुमार शर्मा एवं उनकी टीम को हार्दिक बधाई दी है। ‘रेल दर्पण’ को मिला महत्त्वपूर्ण पुरस्कार पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एवं ‘रेल दर्पण’ के प्रधान सम्पादक श्री रविंद्र भाकर ने ‘रेल दर्पण’ पत्रिका के वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक एवं वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी श्री गजानन महतपुरकर के साथ मशहूर फिल्मकार श्री व्ही. शांताराम के सुपुत्र एवं मुंबई के पूर्व शेरिफ श्री किरण शांताराम के हाथों प्राप्त किया। अपनी उत्कृष्ट सम्पादन शैली, सुरुचिपूर्ण एवं पठनीय सामग्री, आकर्षक साज-सज्जा, दिग्गज कवियों और शायरों की खास काव्य रचनाओं, सुप्रसिद्ध हस्तियों के साक्षात्कार तथा श्रेष्ठ मुद्रण गुणवत्ता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता पा चुकी पश्चिम रेलवे की द्विभाषी गृह पत्रिका ‘रेल दर्पण’ वर्ष 2011 में भी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा देश की सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका के रूप में सम्मानित हो चुकी है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 14 सितम्बर, 2011 को महामहिम राष्ट्रपति महोदया के हाथों पश्चिम रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक ने प्राप्त किया था। इनके अलावा ‘रेल दर्पण’ को पिछले 16 वर्षों के दौरान अपनी समग्र उत्कृष्टता के लिए 35 से अधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं।

राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया गया सम्मान पश्चिम रेलवे को केन्द्र सरकार की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के मुंबई में स्थित 90 सदस्य कार्यालयों में राजभाषा को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए दिया गया है। केन्द्रीय सरकार की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक (राजभाषा) एवं सदस्य सचिव डॉ. सुशील कुमार शर्मा ने श्री किरण शांताराम के हाथों ग्रहण किया। ‘आशीर्वाद’ संस्था के इस 25¨¸½¿ पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन पिछले दिनों मुंबई के वर्ली स्थित दूरदर्शन केन्द्र के सभागार में किया गया, जिसमें पुलिस महानिरीक्षक श्री कैसर खालिद , माननीय सांसद श्री गोपाल शेट्टी, फिल्म कलाकार श्री अखिलेन्द्र मिश्र, मशहूर उद्घोषक श्री हरीश भिमानी, नवभारत टाइम्स के सम्पादक श्री सुंदरचंद ठाकुर सहित विभिन्न वक्ताओं ने राजभाषा हिंदी के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर हिन्दी में श्रेष्ठ काम करने वाले विभिन्न कार्यालयों को भी पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार विजेताओं में राष्ट्रीयकृत बैंकों में प्रथम पुरस्कार सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, द्वितीय पुरस्कार यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, तृतीय पुरस्कार बैंक ऑफ महाराष्ट्र व विशेष पुरस्कार भारतीय स्टेट बैंक को मिला। भारत सरकार के बड़े उपक्रमों में प्रथम पुरस्कार भारतीय जीवन बीमा निगम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमशः न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पो ऑफ इंडिया व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को मिला। विशेष पुरस्कार इंडियन ऑयल ने प्राप्त किया तथा छोटे उपक्रमों में प्रथम पुरस्कार, ई.सी.जी.सी, द्वितीय पुरस्कार एन.एफ.डी.सी व तृतीय पुरस्कार भारतीय साधारण बीमा निगम ने प्राप्त किया तथा विशेष पुरस्कार राष्ट्रीय औद्योगिकी इंजीनियरी संस्थान (नीटी) को मिला। भारत सरकार के केन्द्रीय कार्यालयों में रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (नौसेना) को प्रथम पुरस्कार, भारत सरकार, टकसाल को द्वितीय पुरस्कार तथा मध्य रेल को तृतीय पुरस्कार एवं केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान को विशेष पुरस्कार दिया गया।

कार्यालयों द्वारा प्रकाशित गृह पत्रिकाओं में से ‘रेल दर्पण’ के अलावा अक्षय्यम, एच. पी. समाचार, कोंकण गरिमा, विकास प्रभा, अर्जन, जलतरंग, यूनियन धारा तथा प्रयास को नवरत्न गृह पत्रिकाओं के रूप में सम्मानित किया गया। आशीर्वाद राजभाषा रत्न पुरस्कार भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष सुश्री अरुंधति भट्टाचार्य को दिया गया। राजभाषा गौरव पुरस्कार से भारतीय जीवन बीमा निगम की किरण सहदेव व आई.डी.बी.आई की नीति श्रीवास्तव को तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के डॉ जवाहर कर्नावट व न्यू इंडिया एश्योरेंस के संजीव सिंह को राजभाषा श्री से पुरस्कृत किया गया।हिन्दी नाटकों की सुप्रसिद्ध संस्था जन नाट्य मंच (इप्टा) को 73 वर्षों से लगातार हिन्दी रंगमंच को समृद्ध करने के लिए राजभाषा गौरव से विशष रूप से सम्मानित किया गया। समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु के विशेष संदेश की वीडियो रिकॉर्डिंग दिखाई गई, जिसमें उन्होंने कहा कि अपनी मातृभाषा से सबको प्यार होता है, किंतु अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ हमारी मौसी जैसी हैं। हमें, इनसे भी प्यार कम नहीं है, फिर हिन्दी तो हमारी राष्ट्रभाषा है। उन्होंने अपील की कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिन्दी में सतत काम करते रहना चाहिये, क्योंकि हिन्दी सभी भाषाओं को एकजुट करने की कड़ी है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनंत श्रीमाली एवं नीता बाजपेयी ने किया। संस्था का परिचय निदेशक डॉ. उमाकान्त बाजपेयी ने दिया एवं अतिथियों का स्वागत संस्था अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल ने किया।

फोटो कैप्शनः सुप्रसिद्ध फिल्मकार श्री व्ही. शांताराम के सुपुत्र एवं मुंबई के पूर्व शेरिफ श्री किरण शांताराम से ‘रेल दर्पण’ पत्रिका के लिए घोषित सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका का पुरस्कार ग्रहण करते हुए पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एवं ‘रेल दर्पण’ के प्रधान सम्पादक श्री रविंद्र भाकर एवं वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक एवं वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी श्री गजानन महतपुरकर। दूसरे चित्र में राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य हेतु पश्चिम रेलवे को मिला महत्त्वपूर्ण पुरस्कार ग्रहण करते हुए पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. सुशील कुमार शर्मा।