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‘हाउडी मोदी’ का सूत्रधार कौन है

ह्यूस्‍टन। विश्‍व का ‘एनर्जी कैपिटल’ कहे जाने वाले अमेरिका के ह्यूस्‍टन शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की ‘सॉफ्ट पॉवर’ की छवि से एक बार फिर से दुनिया को रू-ब-रू कराया। करीब 50 हजार भारतीय अमेरिकी लोगों से भरा एनआरजी मैदान पीएम मोदी के जोरदार भाषण के बाद तालियों से गूंज उठा। ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम सोशल मीडिया से लेकर लोगों के घरों तक चर्चा विषय बन गया। इस अद्भुत, अकल्‍पनीय और अविस्‍मरणीय इवेंट के पीछे जिस शख्‍स का नाम बताया जा रहा है, वह हैं बीजेपी के नेता और पार्टी के विदेशी मामलों के प्रभारी डॉक्‍टर विजय चौथाईवाले।

‘हाउडी मोदी’ इवेंट वैसे तो अमेरिका में रहे भारतीयों ने कराया लेकिन इस पूरे कार्यक्रम के सूत्रधार विजय चौथाईवाले ही रहे। ‘हाउडी मोदी’ इवेंट में भारतीय संस्‍कृति से लेकर परंपरा तक का अद्भुत उदाहरण देखने को मिला। दुनियाभर में पीएम मोदी के कई सुपरहिट शो आयोजित कराने वाले चौथाईवाला विदेशों में रह रहे भारतीयों को पार्टी से जोड़ने के मिशन पर काम कर रहे हैं। पूरे आयोजन के दौरान चौथाईवाले पीएम मोदी के साथ नजर आए।

 

 

‘हाउडी मोदी’ इवेंट के आयोजन से पहले ही विजय चौथाईवाला ने बता दिया था कि यह ‘ऐतिहासिक’ होने जा रहा है। उन्‍होंने कहा था कि ऐसा पहली बार है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति अपने ही देश में इतनी बड़ी तादाद में लोगों के सामने किसी दूसरे देश के राष्‍ट्राध्‍यक्ष के सामने मंच साझा करने जा रहे हैं। चौथाईवाला ने बताया कि आमतौर पर अमेरिका में बेहद कम लोग ऐसे कार्यक्रमों में आते हैं लेकिन ह्यूस्‍टन में यह बदल जाएगा। चौथाईवाले का अनुमान सच साबित हुआ और करीब 50 हजार भारतीय अमेरिकी लोगों ने दोनों देशों के नेताओं का स्‍वागत किया।

विजय चौथाईवाले पेशे से वैज्ञानिक हैं और भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने से पहले टोरेंट कंपनी में जॉब करते थे। वर्ष 2014 में चौथाईवाले बीजेपी से जुड़े और उसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। इस समय चौथाईवाला बीजेपी के विदेशी मामलों के प्रभारी हैं। चौथाईवाला ने यह सफल आयोजन ऐसे समय पर कराया जब पिछले दिनों ह्यूस्‍टन में आए चक्रवाती तूफान ने काफी तबाही मचाया है और इस प्रोग्राम पर भी संशय के बादल मंडराने लगे थे। चौथाईवाले के अलावा 1000 से अधिक स्‍वयंसेवकों ने ‘हाउडी मोदी’ को सफल बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिया।

‘हाउडी मोदी’ इवेंट को सफल बनाने में एक और शख्‍स की भूमिका काफी महत्‍वपूर्ण रही। यह हैं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर सिंह। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके जयशंकर और उनकी टीम ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रंप को इस प्रोग्राम आने के लिए राजी किया। बता दें कि जब इस कार्यक्रम की रुपरेखा बनी थी तब ट्रंप के आने का कोई कार्यक्रम नहीं था।

साभार- टाईम्स ऑफ इंडिया से