1

दहतोरा में मृतक मजदूर भीमसेन की आस्कमिक मौत पर किया शोकसभा

आगरा। दहतोरा में आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा भारी पुलिस बल के साथ आबादी में बने हुए मकानों को तोड़फोड़ करने के लिए आने की सूचना सुनकर खसरा संख्या-66 के पीड़ित मजदूर भीमसेन पुत्र स्व. मुंशीलाल की दिल का दौरा पड़ने से आस्कमिक मौत पर दहतोरा स्थित अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी कार्यालय पर शोक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस मौके पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के मानसिंह राजपूत एडवोकेट ने कहा कि मजदूर भीमसेन के घर की माली हालत बहुत ही खराब है, इसलिए शासन को मृतक मजदूर के परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया करानी चाहिए जिससे कि परिवार को जीवन यापन में कोई परेशानी न हो। साथ ही मानसिंह राजपूत एडवोकेट ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से मांग की कि एडीए द्वारा जिस भूमि को अधिग्रहण करने की बात की जा रही है उस पर पर पक्के मकान बने हुए है, इसलिए योगी सरकार को सभी मजदूरों और किसानों की जमीन को एडीए की अवैध कार्यवाही से मुक्त कर देना चाहिए जिससे कि गरीब परिवारों को बेघर न होना पड़े।

मानसिंह राजपूत एडवोकेट ने कहा कि जब मुलायम सरकार के दौरान 2005 में आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा दहतोरा में कार्यवाही की गयी थी तब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी ने स्वंय दहतोरा में आकर दहतोरा के पीड़ितों का हाल जाना था और वायदा किया था कि जब उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनेगी तो दहतोरा के किसानों और मजदूरों की जमीन जिस पर पक्के मकान बने हुए हैं उसे आगरा विकास प्राधिकरण कि कार्यवाही से पूर्ण रूप से मुक्त किया जाएगा और दहतोरा के किसानों और मजदूरों को कोई परेशानी नहीं होने दी जायेगी। इसलिए दहतोरा के समस्त ग्रामवासी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अपील करते हैं कि आगरा विकास प्राधिकरण की कार्यवाही रोकी जाए और दहतोरा के किसानों और मजदूरों की जमीन पूर्ण रूप से मुक्त किया जाए, जिससे कि उन्हें बेघर न होना पड़े।

शोकसभा में प्रमुख रूप से अरब सिंह बॉस, हरिप्रसाद, विजय सिंह, अशोक, लाखन सिंह, सरोज सिंह, प्रभाव सिंह, भूप सिंह, नरेश, सुभाष सिंह, मुकेश, पप्पू, अमर सिंह, दिनेश राजपूत, धर्मपाल, टिंकू आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।