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पत्रकारिता से कई अपेक्षा रखती डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ की पुस्तक ‘पत्रकारिता और अपेक्षाएँ’
लेखक डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' ने अपनी पुस्तक 'पत्रकारिता और अपेक्षाएँ' में लिखा है कि देश में जब से सेंसरशिप लागू की गई तब से क़लम की ताक़त कम हो गई है।पत्रकारिता के मानक नहीं मान्यता बदलकर वर्तमान समय की पत्रकारिता को अवमूल्यन से बचा सकते हैं।