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आपकी बात
 

  • लोहारू का मुस्लिम नवाब और आर्यसमाज का संघर्ष

    29 मार्च 1941 का लोहारू कांड किसे याद है लोहारू 1947 से पहले एक मुस्लिम रियासत थी।पंजाब प्रांत में हिसार, शेखावाटी और बीकानेर से घिरा हुआ है छोटा सा नवाबी राज्य लोहारु। लोहारू की स्थापना अहमदबक्शखां ने 1803 में की थी। अंग्रेजों ने उन्हें यह रियासत जाट राजा भरतपुर के विरोध में सहायता करने के […]

  • आह! इंदौर, वाह…इंदौरी

    आह! इंदौर, वाह…इंदौरी

    इंदौर में मौत की बावड़ी से धडक़न टूटने की गिनती हो रही है। सबके अपने सूत्र, सबके अपने आंकड़ेें। पलकें नम हो गई हैं। हर कोई इस विपदा से दुखी और बेबस है। खबरों की फेहरिस्त है। कोई शासन-प्रशासन को गरियाने में लगा है तो कोई इस बात की तह तक जाने की जल्दबाजी में […]

  • किसान कल्याण की उपादेयता

    भारत गाँवों का देश है। भारत में किसान को ग्राम देवता के रूप में पूजा जाता है।सरकार की “बीज से बाजार” तक के दृष्टिकोण से देश के किसी क्षेत्र एवं बाजार क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं ।आजादी के अमृत काल में भारतीय कृषि व कृषि बाजार ने सफलता ,उपलब्धियों एवं उपादेयता के नए गौरवशाली […]

  • वैश्विक स्तर पर भारत की उपादेयता

    वैश्विक स्तर पर भारत की उपादेयता अंतरराष्ट्रीय कराधान को तर्कसंगत बनाने और विभिन्न देशों पर कर्ज के दबाव को कम करने में भारत के तार्किक विवेकी प्रत्यय कि उपादेयता समकालीन परिवेश में भारत संसार की उम्मीदों व विश्वासों का केंद्र बिंदु बन गया है ,क्योंकि भारत वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण उपादेयता निभा रहा है। दुनियाभर […]

  • भारतीयों के दिल मेंं पहुँच रही है ‘मन की बात’

    रेडियो अपने जन्म से विश्वसनीय रहा है. सुभाष बाबू का रेडियो आजाद हिन्द हो या आज का ऑल इंडिया रेडियो. प्रसारण की तमाम मर्यादा का पालन करते हुए जो शुचिता और सौम्यता रेडियो प्रसारण में दिखता है, वह और कहीं नहीं. मौजूं सवाल यह है कि रेडियो प्रसारण सेवा का आप कैसे उपयोग करते हैं? […]

  • मैं राजस्थान हूं……..गाथा राजस्थान की

    मैं राजस्थान हूं……..गाथा राजस्थान की

    मैं राजस्थान हूं। प्राचीनतम सिंधु सभ्यता के चिन्ह के साथ राजस्थान निर्माण से पहले मुझे राजपुताने के नाम से जाना जाता था। राजपूताने में 19 राजाओं की रियासतें, 3 ठिकाने और अंग्रेज एजेंसी अजमेर – मेरवाड़ा मेरी पहचान थे। मारवाड़, मेवाड़, शेखावाटी, हाड़ोती, ढूंढाड़ी, मेवात आदि मेरे क्षेत्रीय उप नाम और बोलियां आज तक प्रचलन […]

  • मेरे बचपन के रोज़े और उनकी यादें

    “हम तो निकले थे रोज़ेदारो को जगाने के लिए , चाँद आया अपनी चाँदनी बिछाने के लिए” मेरी छः साल की उम्र तक हमारी फैमिली का कोटा के श्रीपुरा मोहल्ले में रहना हुआ था, उसके बाद हमारी फैमिली पाटनपोल वार्ड चन्द्रघटा मस्जिद पाड़ा मे किराये के मकान में रहने लगी थी। मेरा बचपन था सन् […]

    • By: फिरोज़ अहमद इतिहासकार, कोटा
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    • In: आपकी बात
  • अनुवाद दो भाषाओं को जोड़ने वाला पुल है

    हर भाषा का अपना एक अलग मिज़ाज होता है,अपनी एक अलग प्रकृति होती है जिसे दूसरी भाषा में ढालना या फिर अनुवादित करना असंभव नहीं तो कठिन ज़रूर होता है।भाषा का यह मिज़ाज इस भाषा के बोलने वालों की सांस्कृतिक परम्पराओं, देशकाल वातावरण, परिवेश, जीवनशैली, रुचियों,चिन्तन-प्रक्रिया आदि से निर्मित होता है।अंग्रेजी का एक शब्द है […]

  • वसीयत के वारिसों में ज़िदा रहेंगे गांधी

    वसीयत के वारिसों में ज़िदा रहेंगे गांधी

    राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने इसे गांधी दर्शन के साथ गहरा विश्वासघात बताया. सच है कि मोहनदास कर्मचन्द गांधी – किसी एक इंसान का नहीं, बल्कि एक ऐसे दूरदृष्टि सिद्धांत और जीवन शैली का नाम है, जिसमें सृष्टि हितैषी उप-सिद्धांत […]

  • नवसंवत्सर के शुभ अवसर पर सिंध को भारत के साथ जोड़ने की प्रतिज्ञा लें

    नवसंवत्सर के शुभ अवसर पर सिंध को भारत के साथ जोड़ने की प्रतिज्ञा लें

    अखंड भारत के पश्चिम में एक मजबूत, सम्पन्न एवं आकर्षक प्रांत हुआ करता था, जिसका नाम था सिंध। मजबूत इस दृष्टि से कि अरब देशों से मुस्लिम आक्रांता जब भी भारत पर आक्रमण करते थे तो सिंध प्रांत ही अरब आक्रांताओं का दिलेरी के साथ सामना करता था एवं उन्हें हराकर वापिस अरब लौटने को […]

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