-
रचना श्रीवास्तव की रचना धर्मिता का सुखद एहसास है ‘सपनों की धूप’
कभी जब कोई आपकी पुस्तक पढ़ कर उसकी समीक्षा लिख कर आपको स्नेह से भेजे तो असीम आनन्द की अनुभूति होती है। ऐसा ही कार्य किया रायपुर के रहने वाले श्री रमेश कुमार सोनी जी ने। उन्होंने मेरी किताब की समीक्षा की है और इतने सुन्दर तरीके से की है कि अपनी ही पुस्तक कुछ […]
-
संवेदनाओं के इंद्रधनुषी हाइकु
( कभी जब कोई आपकी पुस्तक पढ़ कर उसकी समीक्षा लिख कर आपको स्नेह से भेजे तो असीम आनन्द की अनुभूति होती है। ऐसा ही कार्य किया रायपुर के रहने वाले श्री रमेश कुमार सोनी जी ने। उन्होंने मेरी किताब की समीक्षा की है और इतने सुन्दर तरीके से की है कि अपनी ही पुस्तक […]