Wednesday, April 24, 2024
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Homeजियो तो ऐसे जियोफुटपाथ पर सब्जी बेचकर 10वीं में 79 प्रतिशत अंक हासिल किए

फुटपाथ पर सब्जी बेचकर 10वीं में 79 प्रतिशत अंक हासिल किए

बेंगलुरु। केआर मार्केट की गलियों में सुबह और शाम सब्जियां बेचने से लेकर एसएसएलसी में 79 प्रतिशत स्कोर करने तक विनोद कुमार बी की कहानी दृढ़निश्चय और खुद पर यकीन की कहानी है। विनोद के दिन की शुरुआत केआर मार्केट से शुरू और यहीं पर खत्म होती है। विनोद की कहनी पढ़ने के बाद आपको महसूस होगा कि अगर व्यक्ति चाहे तो कितनी भी कमी में भी अपना लक्ष्य पा सकता है।

मैसूर में बन्निमंतपा के एक मूल निवासी विनोद जब तीन महीने का था तब अपने माता-पिता को दुर्घटना में खो दिया था। उसका पालन-पोषण उसकी नानी मुनीरथना ने किया जो कि केआर मार्केट में एक सब्जी विक्रेता थी।

विनोद बेंगलुरु के फुटपाथ पर बड़ा हुआ। उसने चार साल की उम्र से ही अपनी नानी के साथ सब्जियां बेचना शुरू कर दिया था। वह केआर मार्केट के फुटपाथ पर ही रहता और सोता था। मुश्किल से रोजाना कुछ रुपए कमाने वाली मुनीरथना ने फुटपाथ पर कइयों की जिंदगी को खत्म होते देखा है। वह नहीं चाहती थी कि विनोद की किस्मत भी वैसी हो। नानी ने वहीं के एक स्कूल बीबीएमपी स्कूल में एडमिशन कराया ताकि वह अच्छी शिक्षा ले सके और आगे बढ़ सके।

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, सब्जियां बेचने के साथ, विनोद अपना होमवर्क करता था और स्ट्रीट लाइट की रोशनी में फुटपाथ पर ही पढ़ता था। नौवीं कक्षा में पहुंचने पर, वह बोस्को निलय के संपर्क में आया जो कि बच्चों के लिए काम करने वाला एक एनजीओ है। रात को होने वाली एजुकेशनल क्लासेस में वह जाने लगा। एक महीने बाद बॉस्को निलय के डायरेक्टर रेगी जैकब को उसके फुटपाथ पर जीवन बिताने की बात पता चली तो उन्होंने उसकी पढ़ाई और रहने का खर्च उठाने का फैसला किया।

आईएएस बनना चाहता है विनोद

विनोद के मुताबिक, ‘मैं 85 प्रतिशत पाना चाहता था, लेकिन मैं निराश नहीं हूं। यह मुझे भविष्य में और अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगा। मैं रोजाना आठ घंटे की पढ़ाई करता था। जब से मुझे रहने के लिए आसरा मिला, मैं अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे पाया क्योंकि जो प्राइवेसी चाहिए थी, मुझे वहां मिली। प्री-यूनिवर्सिटी में मैं साइंस लेना चाहता हूं और एक दिन आईएएस ऑफिसर बनना चाहता हूं।’

बॉस्को निलय में रहते हुए, वह अपनी नानी से मिलने जाता रहता था जो कि अभी भी फुटपाथ पर ही रहती है। विनोद अपनी नानी का ध्यान रखना चाहता है और उन्हें एक बेहतर जिंदगी देना चाहता है।

कम नहीं उपलब्धियां –

विनोद शहर में जॉली मोहल्ला के चाइल्ड राइट्स क्लब (नेहरू मकाला संघ) का लीडर है। उसने नवंबर 2017 में कर्नाटक स्टेट के 10वे चाइल्ड राइट्स पार्लियामेंट में हिस्सा लिया था। उसने नवंबर 2017 में स्टेट-लेवल कन्नड़ एग्जामिनेशन में दूसरा रैंक हासिल किया था। विनोद ने स्टेट-लेवल हिंदी सेकेंडरी एग्जामिनेशन में दूसरा स्थान जीता था।

उसका चयन इसरो द्वारा वर्ल्ड साइंस डे के मौके पर हैदराबाद में आयोजित क्विज प्रतियोगिता में भी हुआ है। यही नहीं उसने नेशनल मैथमेटिक्स डे पर टाटा इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक्टिविटी में दूसरा स्थान पाया। उसे साल 2017 में एलआईसी द्वारा आयोजित एस्से राइटिंग कॉम्पटीशन में क्वॉलिफायर लेवल पर पहला स्थान मिला था।

साभार- नईदुनिया से

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