Wednesday, April 24, 2024
spot_img
Homeप्रेस विज्ञप्तिवनवासी बहनें आगे आई चीनी राखियों को टक्कर देने

वनवासी बहनें आगे आई चीनी राखियों को टक्कर देने

मुंबई। केशव सृष्टि – ग्राम विकास योजना पालघर जिल्हे में, ७५ वनवासी गाँवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पिछले ३ वर्षो से कार्यरत है। ग्रामीण वनवासी बहनों को कुटीर उद्योग द्वारा सक्षम बनाना भी अपने कार्य का एक अंग है। इसी कड़ी में “प्रोजेक्ट ग्रीन गोल्ड” के माध्यम से हमने पालघर जिल्हे के विक्रमगढ़ तालुका में, ३०० वनवासी महिलाओं को बाम्बू हस्तकला प्रशिक्षण प्रदान किया है। इस प्रकल्प में कुल ९ गाव शामिल है, जिनके स्वतंत्र रूप से चलने वाले १० उद्योग समूह बने है।

इस वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर वनवासी बहनों ने ५०,००० बाँस की राखियां बनाई है। ये राखियाँ चीन से निर्यात हो रही राखियों को करारा जवाब है। उत्कृष्ट दर्जे की यह राखियां सिर्फ २५ रुपये के दाम में मिलेगी ।

संपर्क
श्री युवराज वाढ़वल
+919892413285
श्री सूरज ठाकुर जी
+917021419266

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार