Wednesday, April 24, 2024
spot_img
Homeहिन्दी जगतआंध्र प्रदेश में हिंदी के लिए सार्थक अभियान

आंध्र प्रदेश में हिंदी के लिए सार्थक अभियान

इच्छापुरम (आंध्र प्रदेश) तटीय आन्ध्रप्रदेश के इच्छापुरम शहर ने एक और प्रयास के कदम मे हिंदी के प्रचार प्रसार को अभिनव साहित्यिक संस्था बहुभाषीय सेतु के माध्यम से स्थानीय नागरिकों शिक्षकों के सहयोग से एक पहल करते हुए।इस माह माँ शारदे के चरणों मे अपना सकंल्प रखा की हम राष्ट्रभाषा हिंदी को इस क्षेत्र मे समृद्ध करने मे अपनी पूरी निष्ठा के साथ प्रयास करते हुए यहाँ के वातावरण मे हिंदी की श्रीवृद्धि करने के लिए हमेशा तत्परतापूर्वक नयी पीढी को सेवा प्रदान करते रहेंगे।

हिंदी सेवी लिंगम चिरंजीव राव के निवास पर एक बैठक का आयोजन किया गया ,जो इस प्रयास की पहली बैठक संस्था से वर्तमान मे जुडे सदस्यों की सीमित संख्या 12 की ही है।जिसमें आज की बैठक मे सात लोगों ने उपस्थित दर्ज की शेष हमारे साथ आभासी संपर्क मे रहते हुए इस बैठक की कार्यवाही से जुडे रहे।आज की इस बैठक के लिए सर्वसम्मति से अध्यक्ष के रुप हिंदी के शिक्षक श्री के.निलकंठम जी को चुना गया माँ सरस्वती को माल्यार्पण करने के पश्चात कार्यवाही का संचालन लिंगम चिरंजीव राव ने किया बैठक मे कुछ विशेष चर्चा के साथ प्रत्येक माह एक बैठक करते रहने का भी निर्णय लिया गया।

इस दौरान हिंदी की परीक्षा जो हिंदी प्रचारिणी समिति वार्धा महाराष्ट्र से संचालित की जाती है उससे जुडे श्री बी.नागेश्वर राव जी से विस्तृत चर्चा हुई। इसके साथ अन्य भाषा तेलुगु, ओडिया से संबंधित मित्रों ने आश्वासन दिया की वे अगली बैठक मे अपनी रचनाओं का पठन करेंगे।जिसमें मुख्यतः श्री के.सुर्या प्रकाश व श्रीमती के पदम्जा रही।इसी क्रम मे कुमारी पी.पदमनी व श्री सुनील कुमार दास जी ने भी बहुत सी बातों का स्थानीय परिवेश पर चर्चा मे सुर्या प्रकाश जी ने व पदम्जा मेडम जी ने बहुत ही सार्थक चर्चा के साथ अपने अनुभव बताए ।

इस बैठक मे अधितम चर्चा हिंदी मे रही ।हमारे अन्य सदस्य गण श्री हरिकृष्णा जी,श्री अश्वनीकुमार जी ,श्री जोगेश जी, श्रीमती ललिता शर्मा मेडम व श्रीमती नगमणी मेडम जी.।।आप सभी को इस संस्था मे जुडने की बधाई के साथ स्वागत ।अंत मे अध्यक्षीय भाषण के पश्चात निवेदक व संचालक लिंगम चिरंजीव राव व्दारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार