Friday, March 29, 2024
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दानवीर भामाशाह की 574वीं जयंती मनाई

संकट के अभाव में भामाशाहों को याद किया जाता है – दिनेश मुनि
उदयपुर। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के परम सहयोगी, मेवाड़ उद्धारक दानवीर भामाशाह की 574वीं जयंती के अवसर पर लुधियाना में प्रवासरत श्रमणसंघीय सलाहकार दिनेशमुनि ने कहा कि आज जहाँ कहीं संकट और अभाव होता है तो भामाशाह को याद किया जाता है। दानदाता और सहयोग करने वालों को ‘भामाशाह’ संबोधित करके प्रोत्साहित किया जाता है। भामाशाह आज भी सहयोग और देशभक्ति के प्रेरणापुंज बने हुए हैं। महाराणा प्रताप जब मेवाड़ छोड़कर सिंध तक चले गये थे, तब विपदा की उन घड़ियों में भामाशाह ने अपनी समस्त निजी संपदा प्रताप को समर्पित कर दी। उन्होंने इतना धन दिया कि पच्चीस हजार सैनिकों या व्यक्तियों का बारह वर्षों तक निर्वाह हो सके। मेवाड़ के चहुँमुँखी विकास में भामाशाह का अप्रतिम योगदान है, यही कारण है कि इतिहासकारों ने भामाशाह को ‘मेवाड़ उद्धारक’ कहा।

दानवीर भामाशाह ने राष्ट्र की बलिवेदी पर अपना सर्वस्व न्योछावर कर राष्ट्रीय स्वाभिमान को अक्षुण्ण रखने का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया था। आज सम्पूर्ण देश और दुनिया कोरोना के खिलाफ लङाई लङ रहा है। लॉकडाउन में कई परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट आया और है। कई लोग अपने घर परिवारों से दूर फंसे हैं। ऐसी स्थिति में भामाशाह से प्रेरणा लेकर गरीबों की सेवा में आगे बढ़कर पीड़ित मानवता की सेवा करना ही दानवीर भामाशाह के जयंती समारोह की सार्थकता होगी।

डॉ. पुष्पेन्द्रमुनि ने कहा कि भामाशाह से भगवान महावीर के अपरिग्रह के आदर्श को जीकर दिखाया और इतिहास बनाया। उन्होंने सच्चाई का जीवन जिया। डॉ. द्वीपेन्द्रमुनि ने कहा कि भामाशाह दानवीर के साथ ही युद्धवीर भी थे। अंतरराष्ट्रीय प्राकृत अध्ययन व शोध केंद्र के निदेशक डॉ. दिलीप धींग ने कहा कि भामाशाह की उदारता और दानशीलता उनके जीवनकाल में ही चर्चित हो चुकी थी। वे विद्वानों, कवियों और साहित्यकारों को मुक्त मदद करते थे। उनके साहित्य के सृजन में सहयोग करते थे। भामाशाह जयंती कार्यक्रम में सम्बन्धित संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित अनेक जनों ने भाग लिया।

इस अवसर पर विजय जैन, संजीव जैन, कस्तूरी लाल जैन, पीयूष जैन, नीरू जैन, भव्या जैन, श्री एस. एस. जैन सभा (आत्म गद्दी) मंत्री के हिमांशु जैन, आत्म श्रमण रतन सेवा संघ के प्रधान लव जैन, चेयरमैन आदिश जैन, कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन, सुनील जैन आदि, श्री महावीर जैन नवयुवक संघ ( सिविल लाईन) के सदस्यों ने भी भाग लिया।

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