Saturday, April 20, 2024
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देखिए, शर्मसार कर देने वाली पत्रिकारिता की एक बानगी…

बदलते परिवेश में पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां हैं, लेकिन कई बार पत्रकार मानवीय मूल्यों की रक्षा करना तो दूर अपनी संवेदनाओं को ही ताक पर रख देते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला झारखंड के गढ़वा में, जहां एक रिपोर्टर ने बेशर्मी की सभी हदें पार कर दीं। बीच सड़क पर जिंदा जला दिए गए एक युवा की मदद करने के बजाय रिपोर्टर बेशर्मी से मुंह पर माइक लगाकर बाइट लेता दिखाई दिया। यहीं नहीं वहां मौजूद पुलिसवाले भी विडियो बनाते रहे। हालांकि यह नहीं पता चल पाया कि यह रिपोर्टर कौन है और किस चैनल के लिए काम करता है।

जानिए क्या है पूरा मामला-

गढ़वा के धुरकी में पत्नी की हत्या के एक आरोपी को कुछ लोगों ने जिंदा जला दिया। युवक जली हुई स्थिति में बीच सड़क पर दर्द से तड़पता रहा। पानी मांगता रहा, लेकिन उसे देखने जुटे लोग उसका विडियो बनाने मशगूल दिखे। मौके पर पहुंचे पुलिस जवान और एक टीवी रिपोर्टर ने भी उससे सवाल पूछना शुरू कर दिया, इसी बीच किसी ने इस शर्मसार कर देने वाली घटना फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर अब इसकी फोटो वायरल होने लगी है।

बता दें कि यह घटना धुरकी-बंशीधर नगर मेन रोड पर धुरकी थाने से महज दो किमी की दूरी पर घटी। काफी देर बाद जब लोगों ने उसे सदर हॉस्पिटल पहुंचाया तो इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

दिल दहला देने वाली ये फोटो हम इसलिए दिखा रहे हैं क्योंकि पत्रकार की शर्मसार करने वाली ये रिपोर्टिंग लोगों तक पहुंच सकें। इस फोटो में पुलिस जवान, मीडियाकर्मी और कुछ लोग इस युवक का फोटो-विडियो लेते दिखाई दे रहे हैं।

दरअसल, मृतक की पहचान धुरकी थाना क्षेत्र के शक्ति गांव के प्रताप यादव के बड़े पुत्र चंदेश यादव के रूप में हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चंदेश की शादी चिनियां थाना क्षेत्र के डोल गांव निवासी केशव यादव की पुत्री सुमित्रा देवी से हुई थी। सुमित्रा देवी के दो पुत्री और एक पुत्र हैं। शुक्रवार को चंदेश ने अपनी ससुराल डोल गांव में पत्नी से आपसी विवाद होने पर टांगी से वार कर उसे घायल कर दिया था। उसकी मौत रांची में इलाज के दौरान हो गई थी।

रविवार की सुबह सुमित्रा देवी का शव लेकर उसके पिता केशव यादव, चाचा देवधन यादव सुमित्रा के मायके से सभी परिजन उसके ससुराल शक्ति गांव प्रताप यादव के घर पहुंचे। इस दौरान धुरकी पुलिस की उपस्थिति में मृतका सुमित्रा का दाह संस्कार कराया गया।

अभी लोग अपने घर लौटे भी नहीं थे कि सुमित्रा के पति चंदेश यादव का जला हुआ घायल अवस्था में शरीर सड़क के किनारे मिला।

मरने के पूर्व धुरकी थाना के प्रभारी थाना प्रभारी सरदार राम को दिए गए बयान में चंदेश ने ससुराल वालों पर मारपीट कर जला देने का आरोप लगाया। घायल अवस्था में सड़क किनारे चंदेश को बरामद करने के बाद जब थाना प्रभारी ने उससे पूछा की तुम्हारी ऐसी स्थिति किसने की। तब चंदेश ने कहा कि ससुराल पक्ष के रिश्तेदार शंकर यादव, विकास यादव, सकेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव ने उसकी ऐसी स्थिति की है।

साभार-http://samachar4media.com से

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