Friday, March 29, 2024
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श्वेता सिंह ने कहा, एक फिल्म इस मंदिर पर भी बनाईये

‘आजतक’ की मशहूर एंकर श्वेता सिंह राष्ट्रवादी मानी जाती हैं, ये अलग बात है कि उनके ट्वीट ऐसे नहीं होते कि आसानी से कोई उनका मजाक उड़ा सके। हर बार कोई गंभीर बात, लेकिन कायदे के तर्क या तथ्य के साथ। इस बार भी उन्होंने जब माउंट आबू में बने दिलवाड़ा के मशहूर जैन मंदिर में अलाउद्दीन खिलजी की करतूत सुबूत के साथ रखी, तो सैकड़ों लोगों का उबाल खुलकर सामने आ गया। ‘पद्मावती’ विवाद के चलते वैसे भी माहौल गरम है।

श्वेता सिंह का ये ट्वीट खबर लिखे जाने तक पांच हजार बार रिट्वीट हो चुका था, बारह हजार लाइक्स आ चुके थे और उस पर नौ सौ कमेंट आ चुके थे। दरअसल श्वेता सिंह ने इस ट्वीट में माउंट आबू के दिलवाड़ा मंदिर की कुछ मूर्तियों का एक फोटो पोस्ट किया, और लिखा, ‘निजी काम के लिए माउंट आबू गई थी। दिलवाड़ा मंदिर की अद्भुत सुंदरता देखी। पर सौ के क़रीब हर मूर्ति की नाक काटी हुई थी। बताया गया ख़िलजी ने किया था। एक फ़िल्म इस पर भी?’। उनके फोटो में तीन मूर्तियां है और उनमें उनके दावे की सत्यता को आंका जा सकता है।

उनके दावे की तस्दीक इतिहास भी करता है। चित्तौड़ पर तो अलाउद्दीन ने 1303 में आक्रमण किया था, लेकिन उसके आठ साल बाद यानी 1311 में उसका आक्रमण चित्तौड़ से करीब 265 किमी दूर माउंट आबू के इलाके में भी हुआ था। तब अलाउद्दीन खिलजी ने इस मंदिर को जमकर लूटा था और कई मूर्तियां, गेट आदि तोड़ डाले थे। ताजमहल से भी पांच सौ साल पहले बना ये मंदिर ताजमहल से दोगुनी लागत में बना था, आप हर पत्थर पर मौजूद बारीक नक्काशी को देखकर इस मंदिर में की गई मेहनत का अंदाज खुद लगा सकते हैं।

हालांकि अलाउद्दीन के आक्रमण के करीब 10 साल बाद इस मंदिर में मोटे तौर पर जीर्णोद्धार का काम कर दिया गया था। लेकिन उसके 600 साल बाद यानी 1906 में पाटन के लल्लूभाई जयचंद ने भी काफी मरम्मत करवाई और 1950 के बाद आनंदजी कल्याण जी ने इसे आधुनिक स्वरूप में लाने में मदद की। दुनिया भर के आर्किटेक्ट और इतिहासकार इस मंदिर को देखने आते हैं।

इतनी बार जीर्णोद्धार के बावजूद 707 साल पहले अलाउद्दीन खिलजी ने इस मंदिर में मूर्तियों के साथ जो किया था, वो अभी भी देखा जा सकता है क्योंकि अभी तक मंदिर और मूर्तियों के मूल स्वरूप को किसी ने छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं की। आम तौर पर आक्रांता मंदिर लूटने के बाद मूर्तियों के साथ ऐसा ही करते थे, श्वेता सिंह के बाद तमाम लोग कमेंट्स में उन्हें बाकी मंदिरों की भी जानकारी दे रहे हैं और आग्रह कर रहे हैं कि वो अपने चैनल में इस पर एक शो बनाएं।

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