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एक ऐसा चुटकला जो चुटकला नहीं ज्ञान है…
न किसी ने कुछ लिया ... न किसी ने कुछ दिया... सबका हिसाब चुकता हो गया ....
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प्रूफ-रीडिंग जो अब उपेक्षा की शिकार है
तकनीक के विकास के साथ प्रूफ-रीडिंग की कला में भी बदलाव देखने को मिला है। पहले प्रिण्ट निकालकर हाथ से संशोधन किया जाता था। अब तो नये ज़माने के प्रूफरीडर सीधे कंप्यूटर में प्रूफ-रीडिंग कर लेते हैं।
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मैं वामपन्थी बुद्धिजीवियों से घृणा क्यों करता हूँ?
इस अफवाह के बाद लोगों को धोती से घोर घृणा हो गई। बच्चियों के मन में धोती और मूंछ के प्रति एक स्थायी भय पैदा कर दिया गया। हिन्दू अपराधी होता है, यह बुरी तरह से स्थापित हुआ, इसी समय फ़िल्म इंडस्ट्री ने चिकने मुस्लिम चेहरे हीरो के रूप में
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पीएफआई की साजिश का कच्चा चिठ्ठा
कभी बम धमाका करों तथा कुछ मुस्लिम प्रवक्ताओं को टीवी चैनल पर बैठकर हिन्दूओं और देश को यह कहकर गुमराह करते रहेगे कि सभी मुस्लिम बुरे नही है वो तो थोडे से गलत है
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पंजाब, युवा और गन कल्चर: दोषी कौन
अब जेल निर्देशक ने जो मुझे विमल के बारे में बताया सुनकर आप हैरान रह जाएंगे, वो बोले सरीन जी आपकी बात सही है, पर यह विमल तो खुद मुझे धमकी देता है के मेरे पास और बहुत हथियार है बाहर निकलने के बाद सबसे पहले तेरा नंबर लगाना है
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गुरु पूर्णिमा पर मदरसों के उस्तादों का इतिहास
औरंगजेब और दाराशिकोह के बीच में युध्द में अमीरों (सामंतों) ने औरंगजेब का साथ दिया क्योंकि पर्दे के पीछे से उलेमा औरंगजेब के पक्ष में थे।
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कब्रों पर चमत्कार का फर्जीवाड़ा
आज पूरे भारत में कहीं भी पीर की कब्र रातों रात बना दी जाती है। फ्लाईओवर पर भी पीर की कब्र बना दी जाती है। वैसे यह प्रचलन नया नही है। एक ऐतिहासिक भवन में ऊपरी मंजिल पर कब्र बनी हुई है।
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झाँसी की रानी के बेटे के वो अंतिम दिन
दामोदर राव के असली पिता की दूसरी पत्नी ने उनको बड़ा किया. 1879 में उनके एक लड़का लक्ष्मण राव हुआ.दामोदर राव के दिन बहुत गरीबी और गुमनामी में बीते। इसके बाद भी अंग्रेज उन पर कड़ी निगरानी रखते थे।
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मदर टेरेसा सेवा यानी सेवा का मुखौटा
डॉ.रॉबिन फ़ॉक्स जो “ब्रिटेन की प्रसिद्ध मेडिकल शोध पत्रिका लेंसेट (Lancet के सम्पादक थे ने 1991 में एक बार मदर के कलकत्ता स्थित चैरिटी अस्पतालों का दौरा किया था। उन्होंने पाया कि बच्चों के लिये साधारण दवाईयाँ तक वहाँ उपलब्ध नहीं थी
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हिंदू अब अपमान नहीँ सहेंगे
सबको अंदाजा हो गया है कि हमने पहले की तरह हिंदू धर्म , संस्कृति, देवी-देवताओं ,महापुरुषों, धार्मिक प्रतीकों , धार्मिक विधाओं आदि को अपमानित या लांछित किया या फिर उसका उपहास उड़ाया तो हमारे लिए कठिनाइयां बढ़ जाएंगी।