Friday, April 19, 2024
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विश्व नृत्य दिवस पर नाट्य वृक्ष की विशेष प्रस्तुति

गुरू गीता चन्द्रन, नाट्य वृक्ष और इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा 15वें विश्व नृत्य दिवस समारोह का आयोजन

नई दिल्ली। विश्व नृत्य दिवस के उपलक्ष्य में पद्मश्री गुरू गीता चन्द्रन, नाट्य वृक्ष एवम् इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा विश्व नृत्य दिवस समारोह का आयोजन किया गया। नाट्य वृक्ष की संस्थापक पद्मश्री गीता चंद्रन की अगुवाई में यह दो दिवसीय आयोजन 28 अप्रैल तक नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया जा रहा है। कार्यक्रम के लिए इस प्रस्तुति के लिए नाट्य वृक्ष ने भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय से भी गठजोड़ किया है। इस फेस्टिवल के आयोजन का यह 15वां संस्करण है।

इस वर्ष के समारोह की शुरूआत साध्य डांस अकेडमी के निदेशक संतोष नायर द्वारा बॉडी एंड मूवमेंट वर्कशॉप के साथ हुई, जहां गुरू संतोष नायर से नृत्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं के विषय में बताते हुए नृत्य में बॉडी एवम् मूवमेंट से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं से रूबरू कराया। वर्कशॉप के दौरान गुरू गीता चन्द्रन ने भी कुछ बारीकियों को साझा किया। दिन के दूसरे सत्र में पूर्व सांसद व मोटिवेशनल स्पीकर पवन के. वर्मा द्वारा भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत पर चर्चा आयोजन किया गया। पवन वर्मा ने कई पहलुओं पर प्रकाश डाला और जानकारी प्रदान की। कला, सोच, खुला दृष्टिकोण और उस पर चर्चा के माध्यम से नयी शुरूआत करना, अपनी जड़ों को समझना और उसको सशक्त सोच के साथ आगे ले जाना जैसे बिन्दू इस चर्चा के केन्द्र रहे। चर्चा के उपरान्त सभागार में मौजूद दर्शकों के साथ प्रश्न सत्र भी हुआ, जहां उन्होंने कुछ रोचक सवालों पर जबाव दिये।

दिन का अंतिम सत्र युवा नृत्य फेस्टिवल के नाम रहा, जहां भुवनेश्वर की राजश्री प्रहराज के ओडिशी और अहमदाबाद की रूपांशी कश्यप के कथक नृत्य ने मनभावन नृत्य के साथ दिन को विराम दिया। राजश्री प्रहराज ने अपनी प्रस्तुति राग हंसध्वनि में पल्लवी से की और उसके बाद रामचरित्र मानस से सीताहरण का बेहतरीन रूपांतरण अपने नृत्य से प्रस्तुत करते हुए जमकर वाह-वाही लूटी। राजश्री ने अपने सशक्त कला-कौशल से उपस्थित सभी मेहमानों एवम् अन्य को प्रभावित किया।

कार्यक्रम के दूसरे दिन, रविवार 28 अप्रैल को विख्यात नृत्यांगना पद्मश्री गीता चंद्रन और मृदंगम कलाकार मनोहर बालातचंदिरेन द्वारा संयुक्त रूप से ’रिदम्स इन डांस’ पर वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। दूसरे सत्र में बड़ोदा की प्रसिद्ध नृत्यांगना व गुरु रेमा श्रीकांत अपने सफर से लोगों को प्रेरित करेंगी। शाम के सत्र में युवा नृत्य फेस्टिवल के अन्तर्गत चेन्नई की मानस्विनी रामचंद्रन का भरतनाट्यम प्रस्तुतिकरण आयोजित होगा। कार्यक्रम का समापन नाट्य वृक्ष के सीनियर डांसर्स की नृत्य प्रस्तुति द्वारा स्वर्गीय गुरु कराइकुडी पी. शिवकुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए होगा।

मौके पर गुरु गीता चंद्रन ने कहा, ’यह वर्ल्ड डांस डे पर होने वाले आयोजन का 15वां वर्ष है। इसमें अब तक कई महान कलाकारों ने प्रस्तुति दी है। इनमें से स्वर्गीय मृणालिनी साराभाई, कुमुदिनी लखिया, डॉ. कपिला वात्स्यायन से जुड़ी यादें बेहद खास हैं। युवा कलाकारों का यह उत्सव युवा प्रतिभाओं के लिए शानदार अवसर बनकर सामने आया है। मैं हर बार यहां आयोजन में कुछ बदलाव करने का प्रयास करती हूं। कभी लेक्चर का आयोजन किया जाता है, कभी फिल्मों, चर्चाओं, सेमीनारों, वर्कशॉप आदि के जरिये युवाओं को सीखने का मौका मिलता है। इस साल यह उत्सव अधिक भव्य और उत्साहवर्धक होगा। युवा नृत्य कलाकारों के लिए दो वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान भारतीय संस्कृति पर वक्तव्य का आयोजन होगा और उसके बाद एक नृत्य कलाकार के जीवन संघर्षों की गाथा पर चर्चा होगी। उसके बाद प्रतिभा संपन्न युवा कलाकार प्रस्तुति देंगे। इसके बाद गुरु कराइकुडी पी. शिवकुमार को श्रद्धांजलि दी जाएगी। कुल मिलकर इस बार का वर्ल्ड डांस डे यादगार रहेगा।’

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