Friday, March 29, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेकेरल के चर्च के पाँच अय्याश पादरियों को हटाया

केरल के चर्च के पाँच अय्याश पादरियों को हटाया

कोट्टायम ।केरल के कोट्टायम शहर में 5 पादरियों के खिलाफ एक महिला के पति की शिकायत पर मलंकरा ऑर्थोडॉक्‍स सीरियन चर्च ने पांचों पादरियों को उनकी ड्यूटी से हटा दिया है। महिला के पति ने आरोप लगाया है कि इन पादरियों ने चर्च में ईश्‍वर के समक्ष पाप स्‍वीकार करने आई महिला के साथ यौन उत्‍पीड़न किया।

इन पादरियों ने महिला की स्‍वीकारोक्ति का इस्‍तेमाल ब्‍लैकमेल करने के लिए किया। चर्च के जनसंपर्क अधिकारी पीसी इलियास ने बताया कि इस मामले में एक आंतरिक जांच शुरू हो गई है और रिपोर्ट आने के बाद ऐक्‍शन लिया जाएगा। उन्‍होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया में कई तरह की शिकायतें आ रही हैं, इसलिए चर्च जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार करेगा।

महिला के पति ने कहा कि उसने नीरानाम धर्म प्रांत के अध्‍यक्ष के पास 7 मई को शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन चर्च आरोपियों के खिलाफ ऐक्‍शन लेने में देरी कर रहा है। पीड़ित महिला के पति ने दावा किया कि उनके पास दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पर्याप्‍त सबूत हैं। उन्‍होंने बताया कि तीन पादरी निरानाम धर्म प्रांत के हैं और एक दिल्‍ली तथा एक थुमपामोन धर्मप्रांत का है।

केरल में पिछले कुछ दिनों से एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें महिला का पति पूरी घटना के बारे में बता रहा है। इस क्लिप में वह बता रहे हैं कि आरोपियों में से एक पादरी ने तो शादी के पहले ही उनकी पत्‍नी के साथ यौन उत्‍पीड़न किया। शादी के बाद भी पादरी ने उनकी पत्‍नी के साथ यौन दुर्व्‍यवहार किया।

उन्‍होंने बताया कि बेटी की बपतिस्मा के दौरान उनकी पत्‍नी ने एक पादरी को यौन उत्‍पीड़न के बारे में बताया। इस समस्‍या के समाधान की बजाय उसने उनकी पत्‍नी को गाली देना शुरू कर दिया। दूसरे पादरी ने यौन उत्‍पीड़न की बात को अपने साथी तीन अन्‍य पादरियों को बता दी और उन्‍होंने भी कथित तौर पर उनकी पत्‍नी उत्‍पीड़न किया। उन्‍होंने मांग की है कि सभी आरोपियों को उनके पद से हटा दिया जाए और पीड़िता की पहचान उजागर न की जाए।

साभार- टाईम्स ऑफ इंडिया से

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार