Friday, April 19, 2024
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हिन्दू कथावाचकों पर निजी हमलों की साजिशें जारी है

इन दिनों बाबा बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री मीडिया के लिए ऐसा मामला बने हुए हैं, जिनपर चर्चा करने के बाद उन्हें टीआरपी मिलती है। इस समय वह जितना उन पर चर्चा करते हैं, उनकी टीआरपी ऊंची जाती है,। मीडिया जब उन्हें कथित माइंड रीडर सुहानी शाह के जैसे माइंड रीडर नहीं घोषित कर सकी तो अब उनकी निजी ज़िन्दगी को लेकर तमाम तरह की अफवाहें उडाई जा रही हैं।

उन्हें माइंड रीडर सुहानी शाह के जैसे जादूगर घोषित करने के उनके तमाम प्रयास विफल हो गए थे। कथित माइंड रीडर सुहानी शाह की असलियत नीरज अत्री ने अपने वीडियो में बता दी है। जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उसमें साफ़ दिख रहा है कि वह ट्रिक इस्तेमाल कर रही है और पहले वह नाम सारा डिटेल पूछ लेती है, उसके बाद ही एक नाम बताती है।

नीरज अत्री ने एक करोड़ रूपए का इनाम भी रखा कि यदि मेरा माइंड पढ़ लें तो वह उन्हें एक करोड़ रूपए देंगे!

परन्तु लिबरल की प्रिय सुहानी शाह किसी भी प्रकार से उस चैनल पर नहीं जा रही हैं, जहाँ पर उनके एजेंडे की धज्जियां उड़ने की संभावना होती है। यहाँ तक कि रूबिका लियाकत भी सुहानी शाह के बहाने बाबा बागेश्वर धाम सरकार को झूठा ठहराती हुई दिखाई दी थीं।

यह इन चैनल्स की कैसी बेचैनी थी कि इन्हें सुहानी शाह को महान और सच बताना था। खैर, जब वह बाबा बागेश्वर धाम सरकार की एक भी कमी नहीं निकाल पाए या फिर उन्हें किसी भी प्रकार से घेर नहीं पाए, तो अब वह असली रूप में आ गए हैं, और वह असली रूप है, बाबा बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री के निजी जीवन पर आक्षेप का।

परन्तु यह मात्र आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री पर ही आक्षेप नहीं है, बल्कि यह एक महिला के जीवन से भी जुड़ा हुआ मामला है। यह अफवाह एक महिला के निजी जीवन को भी प्रभावित कर सकती है या फिर कर रही है, यह अफवाह दो ऐसे लोगों के निजी जीवन को लक्षित करके बनाई जा रही है, जिनका प्रभाव हिन्दू धार्मिक वर्ग पर है। आखिर ऐसा किस उद्देश्य के साथ किया जा रहा है?

एक महिला कथा वाचिका हैं, जया किशोरी। वह भी कथा का वाचन करती हैं, वह कलकत्ते की रहने वाली हैं एवं उनका आदर भी एक बहुत बड़ा हिन्दू वर्ग करता है।

उनका नाम आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री के साथ जोड़ा जा रहा है। जिसमें अमर उजाला जैसे पोर्टल जैसे सबसे आगे हैं। क्या इन लोगों ने सुपारी ले रखी है जया किशोरी एवं आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री के प्रति लोगों के दिल में संदेह उत्पन्न करने की! बाबा बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री एक बार नहीं कई बार कैमरे पर भी यह चुके हैं कि वह जब विवाह करेंगे तब बताएंगे और जया किशोरी उनके लिए उनकी बहन के समान हैं तो भी पोर्टल्स रोज रोज सोशल मीडिया पर चल रही अफवाह कहकर रोज ही अफवाहें लिख रहे हैं।

इन पोर्टल्स को किसी के भी निजी जीवन में झाँकने का एवं अफवाह फैलाने का अधिकार कौन देता है और क्या उद्देश्य सध रहा है इनका इससे? और सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि हिन्दू कथा वाचकों के निजी जीवन पर इस प्रकार हमला करना और वह भी सोशल मीडिया की अफवाहों के आधार पर?

यदि बाबा बागेश्वर धाम एवं जया किशोरी को लेकर हिन्दी में समाचार खोजे जाएं तो ऐसे तमाम लिंक सामने आ जाएंगे। जी न्यूज़ से लेकर रिपब्लिक न्यूज़ एवं अमर उजाला जैसे पोर्टल्स जया किशोरी जी का नाम जोड़ रहे हैं! यह लोग छवि की हत्या कर रहे हैं।

साभार- https://hindupost.in/ से

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