Thursday, March 27, 2025
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आठ साल में ‘बुलडोजर बाबा’ ने बता दिया मुख्यमंत्री क्या होता है

योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को जब राजधानी लखनऊ के कांशीराम स्मृति उपवन स्थल में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तब शायद किसी ने नहीं सोचा था कि वे उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाएँगे। यह वो दौर था जब इस देश के पॉलिटिकल पंडित कहते थे की योगी आदित्यनाथ के पास कोई प्रशासनिक अनुभव पहले से नहीं है।

इन सब अटकलों के बावजूद सीएम योगी ने 5 साल का अपना कार्यकाल पूरा किया और साल 2022 के विधानसभा चुनावों में एक बार फिर से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनवाने में मदद की। इसके बाद वे एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश में सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने।

आज योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सफलतापूर्वक अपने मुख्यमंत्रित्व काल के 8 वर्ष पूरे कर लिए, जो उत्तर प्रदेश जैसे विशाल प्रदेश के लिए एक रिकॉर्ड है। 25 करोड़ जनता के साथ देश को सर्वाधिक प्रधानमंत्री देने वाले उत्तर प्रदेश में सन 1952 से लेकर अब तक सबसे लंबे कार्यकाल तक मुख्यमंत्री रहने वाले योगी आदित्यनाथ ने रिकॉर्ड ऐसे ही नहीं बनाया है।

इसका कारण उत्तर प्रदेश की जनता के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समर्पण, त्याग, कठिन परिश्रम और निष्ठा है, जिसका परिणाम जनता उनके ऊपर विश्वास जताकर देती रहती है। चाहे कानून व्यवस्था हो, अर्थव्यवस्था हो, सुरक्षा हो या फिर धर्म एवं आस्था का विषय… योगी आदित्यनाथ ने हर दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम किया।

किसी भी प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए वहाँ पर कानून व्यवस्था का सुचारू रूप से होना अत्यंत आवश्यक होता है, क्योंकि तभी व्यापारी सुकून महसूस करते हैं, अर्थव्यवस्था मजबूत होती है और लोगों को रोजगार मिलता है। इसके लिए उन्होंने पहले की सरकारों के दौरान चल रहे जिलों में संगठित अपराधों पर लगाम लगाई। तमाम आलोचनाओं के बावजूद भी अपराधियों पर बुलडोजर चलता रहा।

आज उत्तर प्रदेश में किसी भी जिले में कोई बड़ा अपराधी नहीं है। ये अपराधी या तो जेल में हैं या फिर यमलोक में। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार, प्रदेश में करीब 222 दुर्दांत अपराधियों का एनकाउंटर किया गया है। 8118 अपराधी घायल हुए हैं और 20,221 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, 79,984 के पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई है।

इसके अलावा, 930 अपराधियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत करवाई की गई। 142 अरब से अधिक अपराधियों की संपत्ति जब्त की गई है। ये सब इसलिए किया गया, ताकि उत्तर प्रदेश की जनता सुकून की साँस ले सके, व्यापारी सुरक्षित महसूस कर सके, अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके और बहन बेटियाँ सुरक्षित महसूस कर सकें।

आजादी से लेकर साल 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस में जितनी महिलाओं की भर्ती हुई है, उसका तीन गुना भर्ती केवल योगी आदित्यनाथ ने पिछले 8 वर्षों में की है। इतना ही नहीं, साल 2017 से दिसंबर 2024 तक अदालतों में प्रभावी पैरवी करके 31 माफिया और 74 अपराधियों को आजीवन कारावास और दो अपराधियों को फाँसी की सजा दिलवाई गई है।

इससे पहले की सरकारों की स्थिति यह थी कि इन माफियाओं के खिलाफ गवाही देने वाले गवाह या तो मुकर जाते थे या वे मार दिए जाते थे। अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। आज विश्वास नहीं होता कि ये वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, जिन्हें सांसद रहने के दौरान सदन में कहा जाता था कि ‘संत हो मंदिर में जाकर घंटा बजाओ… राजनीति तुम्हारे बस की बात नहीं है’।

आज उत्तर प्रदेश 20 एयरपोर्ट के साथ पूरे देश भर में नंबर एक स्थान पर है। यहाँ पाँच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। जेवर एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन चुका है। जब योगी आदित्यनाथ साल 2017 में मुख्यमंत्री बने तब ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में उत्तर प्रदेश 14वें नंबर पर था। यह योगी आदित्यनाथ के कठिन परिश्रम की बदौलत दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुँच चुका है।

साल 2017 में जिस उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 3.4 लाख करोड़ रुपए की थी, वह बढ़कर आज करीब 8 लाख करोड़ रुपए की हो चुकी है। अर्थव्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार कितनी प्रतिबद्ध है, वो इससे पता चलता है कि जो प्रदेश पहले ‘वन जिला वन माफिया’ के नाम से जाना जाता था, वह ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ के नाम से जाना जाता है।

आज उत्तर प्रदेश के हर जिले का अपना एक विशेष उत्पाद है, जो उसकी पहचान बनकर उभरी है। इतना ही नहीं, ये योगी आदित्यनाथ की उस आकांक्षा को भी पूरा करने में सहयोगी है, जो उन्होंने यूपी के। लिए सोचा है। योगी आदित्यनाथ ने 2027-28 तक उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डालर की इकनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है। इसकी तरफ वह और उनकी सरकार लगातार प्रयासरत हैं।

साल 2017 में उत्तर प्रदेश छठी-सातवीं अर्थव्यवस्था के रूप में योगी आदित्यनाथ को विरासत के रुप में मिला था। आज वह देश भर में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के बन चुकी है। यहाँ तक पहुँचने के लिए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने कई प्रयास किए हैं। व्यापार एवं आवाजाही को बढ़ाने प्रदेश में 13 एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है, जो कुल 55 जिलों को जोड़ते हैं।

आज उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में 77 से अधिक मेडिकल कॉलेज हैं। एक समय था, जब उत्तर प्रदेश का कोई मुख्यमंत्री नोएडा केवल इसलिए नहीं जाता था क्योंकि उसकी कुर्सी ना चली जाए। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में नोएडा का बार-बार दौरा करके इस अंधविश्वास एवं मिथक को तोड़ा और खुद उपस्थित होकर कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया।

ना केवल विकास, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था, बल्कि आस्था के मामले पर भी भगवाधारी संत योगी आदित्यनाथ ने खूब काम किया। विश्वास ही नहीं होता कि सिर्फ 45 दिन के महाकुंभ में आस्था की नगरी प्रयागराज में 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। ये अपने आपमें एक रिकॉर्ड है। कल्पना कीजिए कि यदि महाकुंभ मेला एक देश होता तो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश होता।

सृष्टि की शुरुआत से अभी तक शायद आस्था का इस तरह का जनसैलाब कभी भी किसी देश या शहर ने नहीं देखा होगा। पूरी दिव्यता एवं आध्यात्मिकता के साथ महाकुंभ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सामाजिक समरसता के दृष्टिकोण से भी ये महाकुंभ शानदार रहा, जहाँ लोग जाति और धर्म के बंधन को तोड़कर सिर्फ आस्था के नाम पर एकत्रित हुए और एक-दूसरे की मदद भी की।

यह केवल योगी आदित्यनाथ जैसे भगवाधारी संत के कार्यकाल में ही संभव था, जिन्होंने पूरे प्रदेश एवं देश को अपना परिवार माना है। लोगों ने पर उन पर विश्वास जताया। श्रद्धालुओं के चेहरे पर आस्था की चमक और होठों पर माँ गंगा के जयकारे थे। इस महाकुंभ में ना केवल उत्तर प्रदेश और देश, बल्कि विदेश के भी लाखों लोगों ने अपने-अपने हिस्से का पुण्य कमाया।

प्रयागराज में 45 दिन तक चले धार्मिक संगम में सभी को एक दूसरी सभ्यता और संस्कृति को जानने एवं समझने का मौका मिला। धर्म और आस्था का मजाक उड़ाने वाले लोगों को योगी आदित्यनाथ ने तब जवाब दिया, जब पता चला कि महाकुंभ के आयोजन में शासन द्वारा ₹7,500 करोड़ खर्च करने के बदले में लगभग ₹3 लाख करोड़ तक की आर्थिक गतिविधि उत्पन्न होने का अनुमान है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह स्पष्ट कर दिया कि यदि दृढ़ इच्छाशक्ति, समर्पण, त्याग एवं कुछ कर गुजरने की चेष्टा हो तो इस धरती पर कुछ भी असंभव नहीं है। ऐसा लगता है कि रामराज्य की परिकल्पना में इससे बेहतर शासन शैली नहीं हो सकती, जहाँ मुख्यमंत्री लगातार यह कहते हों कि प्रदेश की 25 करोड़ जनता ही ‘मेरा परिवार’ है।

विश्वास नहीं होता कि यह वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, जिसके बारे में मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही मीडिया के एक वर्ग के द्वारा लगातार भ्रामक खबरें चलाई जाती हैं। ऐसी खबरें चलाई जाती रहती हैं कि योगी अब गए कि तब गए। इन्हीं अटकलों के बीच योगी आदित्यनाथ ने देश के सबसे बड़े सूबे में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड बना दिया।

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