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वैश्विक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य को समझने की महत्ती आवश्यकता
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर पर ( विख्यात मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.एम.एल. अग्रवाल से साक्षात्कार के आधार पर)
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पापा पुलिस में थे और पुस्तकों को गहनों की तरह सम्हालकर रखते थे
अराजक स्त्री, धर्म की विरोधी स्त्री, परिवार और समाज की विरोधी स्त्री, परपुरुषों के साथ अवैध संबंधों को ही असली स्वतंत्रता का नाम देने वाली स्त्री कुल मिलाकर एक आत्महंता स्त्री (जिसके जीवन में कुछ उल्लेखनीय नहीं सिवाय अवैध, अतृप्त प्रेम के) को ही यहाँ साहित्य की मुख्य धारा में आधुनिक नायिका माना जाता रहा है।
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मैं स्मृतियों का पुनर्निर्माण करना चाहता हूँ: पद्मश्री डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ‘चाणक्य’
एक विनम्र, बुद्धिमान और शानदार फिल्मकार पद्मश्री डॉ चन्द्रप्रकाश द्विवेदी से रचना श्रीवास्तव की सार्थक और आत्मीय बातचीत
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जो भी हूँ अपने माता-पिता की वजह से हूँ:-प्रियदर्शनी रॉय
इसके बाद स्नातक करने के बाद मैने प्री मेड किया। कैलिफ़ोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी ,सैन बर्नार्डिनो , ला वर्नी यूनिवर्सिटी और नेशनल यूनिवर्सिटी
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मैं भगवान से प्रार्थना करने लगी कि मुझे आउट कर दो:- सुमित्रा अय्यर
इसके आलावा आपने स्टार प्लस 'जो जीता वह सुपरस्टार' ,और' उस्तादों के उस्ताद' रियल्टी शो में भाग लिया है।
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मेरे माता पिता मेरे गुरु हैं :-सिद्धांत भोसले
,सचिन जिगर ,शमीर टंडन, हरिहरन ,सुनिधि चौहान इत्यादि। ज़ी टीवी म्यूजिक कम्पनी ने सिद्धांत का गाना भी जारी किया है।
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डॉ. सुभाष चंद्रा ने कही दिल की बात
जियो और सभी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को खरीदने की इसकी स्ट्रेटजी के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
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एक मुलाकात उभरती व्यंग्य लेखिका आरिफा एविस से
व्यंग्य लेखन के क्षेत्र में कैसे आई? व्यंग्य लेखन से पहले लेखन की शुरूआत बताना ज्यादा जरूरी है.महिला विमर्श की एक पत्रिका निकलती है 'मुक्ति के स्वर' जो मुझे मेरे अध्यापक के जरिये मिली थी . उस पत्रिका को पढ़कर अपनी प्रतिक्रिया लिखकर भेजी, जो अगले अंक में छपी . यही मेरा पहला लेखन था.
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समय के सदुपयोग के लिए सेवा कार्य चुनाः ऋुतु गोयल
ऋतु गोयल बहुत से प्रमुख समाचार पत्रों और टी वी चैनलों से जुडी हैंl संस्कृति क्रियेशन नाम की इनकी एक एडवरटाइजिंग कम्पनी हैl दिशा फाउंडेशन.नाम का एन जी ओ भी चलlती हैंl भारत और भारत के बाहर १००० से भी ज्यादा कविसम्मेलनों में भाग ले चुकी हैंl दिल्ली हिंदी अकादमी से इन्हे पुरस्कार मिला हैl […]
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हास्य लिखना बहुत कठिन होता है : अरुण जेमिनी
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति के तत्वाधान में प्रस्तुत हास्य कवि सम्मेलन में भाग लेने के लिए अरुण जैमिनी जी आजकल अमेरिका की यात्रा पर हैंl इसी दौरान उनसे बात करने का मौका मिला प्रस्तुत है उनसे की गयी बातचीतl साहित्य के प्रति आपका रुझान कैसे हुआ? क्या था घर का माहौल ख़राब था (हँसने लगते हैं) […]