कल लॉस एंजल्स ने फिनिक्स की तरह साबित किया कि वह राख के ढेर से वापस उठने की ताक़त रखता है. मौक़ा था 67 वें ग्रैमी अवार्ड का , इस बार यह समारोह डाउन टाउन में अवस्थित क्रिप्टो.कॉम एरीना में हुआ।
इस बार ग्रैमी की न्यू ऐज संगीत श्रेणी में पुरस्कार त्रिवेणी एल्बम को मिला है जिसे अमेरिका में भारतीय मूल की व्यवसायी, फ़िलन्थ्रॉपिस्ट और संगीतकार चंद्रिका टंडन ने वाउटर केलरमैन और इरू मतसुमोटो के साथ मिल कर तैयार किया है . इस श्रेणी में चंद्रिका के अलावा अन्य नामिति सितार वादक अनुष्का शंकर की एल्बम Chapter II: How Dark It Is Before Dawn और राधिका वेकरिया की Warriors Of Light भी शामिल थीं जिनका स्रोत भी भारतीय संगीत परंपरा से ही आता है ।
चंद्रिका टंडन की एल्बम की बात करें तो इसमें चार संगीत रचनाएं हैं : pathway to light, chant in A , journey within ,aether’s serenade जो वैदिक रचनाओं , आध्यात्मिक चिन्तन और विश्व संगीत का फ्यूज़न है , वैदिक ऋचाओं, बांसुरी के माधुर्य और सेलो के गंभीर प्रभाव से सचेतन मनोस्थिति , अपने अस्तित्व की खोज और कॉस्मिक कनेक्शन जैसा प्रभाव लगता है जैसे कि इन रचनाओं में विश्व संगीत एकाकार हो गया हो. यूँ चंद्रिका फ्यूज़न संगीत में कोई नया नाम नहीं हैं, उन्होंने अपने पहले फ्यूज़न एल्बम Soul Call से 2009 में अपनी उपस्थित दर्ज की थी और 2011 में ग्रैमी में समकालीन विश्व संगीत श्रेणी में नामित हुई थीं. अपनी व्यावसायिक व्यस्तताओं के वावजूद हिंदुस्तानी, कर्नाटिक और पश्चिमी संगीत परंपराओं का गहन अध्ययन भी किया.
चंद्रिका मूल रूप से तमिलनाडु की हैं और पेप्सी की पूर्व इंदिरा नूगी की सगी बहन हैं . संगीत के साथ ही चंद्रिका की पहचान एक सफल व्यवसायी के रूप में भी है . चंद्रिका मैक-किनसे एंड कंपनी में पार्टनर रहीं बाद में अपने पति के साथ मिल कर टंडन कैपिटल एसोसिएट की स्थापना की. टंडन दंपति ने अमेरिका में एक उदार दान-दाता के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है और अमेरिका में शिक्षा व कलाओं को बढ़ावा देने में अग्रणी रही हैं , न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी को चंद्रिका की फाउंडेशन ने 10 करोड़ डॉलर की विशाल रकम दी है जिसके कारण इस यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम अब NYU Tandon School of Engineering हो गया है.