भुवनेश्वर। काफी लंबे अंतराल के बाद स्थानीय उत्कल अनुज हिन्दी पुस्तकालय में हिन्दी कवितापाठ आयोजित हुआ। अध्यक्षता रामकिशोर शर्मा ने की।कार्यक्रम का सफल संचालन आशु हास्य-विनोद कवि किशन खण्डेलवाल ने की।आयोजन की आरंभिक जानकारी देते हुए अशोक पाण्डेय ने नये साल में वैचारिक एकता बनाये रखने के लिए विचार-विनिमय संस्कृति को अपनाने की सलाह दी जो उनके अनुसार कैलासपति भगवान भोलेनाथ-परिवार से ग्रहण की जा सकती है।
उत्कल अनुज हिन्दी पुस्तकालय में हिन्दी कवितापाठ आयोजित
इस अवसर पर नालको के अवकाशप्राप्त सीएमडी डॉ एस के तमोतिया और उनकी पत्नी रानी तमोतिया का स्वागत करतल ध्वनियों के साथ किया गया। अवसर पर मोरारीलाल लढानिया, गोपालकृष्ण, समिता कानुनगो, आशीष विद्यार्थी, विनोद कुमार,विक्रमादित्य सिंह, रामकिशोर शर्मा,किशन खण्डेलवाल, शालीन अग्रवाल,रानी तमोतिया और सुधीर कुमार सुमन आदि ने अपनी-अपनी हिन्दी कविताओं का पाठ किया। सुभाष चन्द्र भुरा ने सभी को अपनी ओर से तथा उत्कल अनुज हिन्दी पुस्तकालय-परिवार की ओर से नव वर्षः2025 की अपनी शुभ कामनाएं दी तथा आगत सभी के प्रति हार्दिक आभार जताया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे रामकिशोर शर्मा ने कहा कि आज का आयोजित कविता पाठ सचमुच प्रेरणादयक रहा जिसके लिए सभी साधुवाद के हकदार हैं।ऐसा ही आयोजन भविष्य में भी हो।अंत में, सभी ने मुख्य संरक्षक की ओर से आयोजित अल्पाहार लिया।अवसर पर अनेक गणमान्य महिला-पुरुष श्रोतागण उपस्थित थे।
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