इंदौर। हिन्दी भाषा की वाचिक परम्परा से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा पाँच कवियों को प्रतिवर्ष काव्य गौरव अलंकरण प्रदान किया जाता है। वर्ष 2025 में गौतमपुरा से पंकज प्रजापत, चंदेरी से सौरभ जैन ‘भयंकर’, रतलाम से प्रवीण अत्रे, पुणे महाराष्ट्र से निधि गुप्ता ‘कशिश’ और धौलपुर राजस्थान से अपूर्व माधव झा का चयन किया गया है। यह अलंकरण संस्थान के प्रतिष्ठा प्रसंग हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह में प्रदान किया जाएगा। इंदौर में यह समारोह शनिवार 22 मार्च 2025 को आयोजित किया जा रहा है।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘संस्थान विगत पाँच वर्ष से वाचिक परम्परा के पाँच युवा कवियों को काव्य गौरव अलंकरण से सम्मानित करता है, जिसमें वर्ष 2025 के लिए चयन समिति ने देशभर से प्राप्त अनुशंसाओं के आधार पर कवियों का चयन किया है।’
संस्थान के मध्य प्रदेश अध्यक्ष कवि अमित जैन मौलिक ने बताया कि ‘वर्ष 2025 के अलंकरण समारोह में विशिष्टता रहेगी, कवियों का चयन देश के विभिन्न प्रान्तों से होता है, विगत पाँच वर्षों में पच्चीस कवि काव्य गौरव अलंकरण से सम्मानित हो चुके हैं।’
काव्य गौरव से अलंकृत होने वाले कवियों को मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता, भावना शर्मा, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल सहित समस्य प्रदेश इकाइयों द्वारा शुभकामनाएँ प्रेषित की गई हैं।