सभी के लिए शिक्षा विषयक पट्टथॉन मेराथन में लगभग 6,000 महिलाएं साड़ी में दौड़ीं
भुवनेश्वर। कीट-कीस-कीम्स के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंत के दिशानिर्देश और ऐतिहासिक पहल पर गत 25 जनवरी को सुबह 7.00 बजे से 8.00 बजे तक ओड़िशा के अलग-अलग जिलों में मिनी मैराथन आयोजित हुआ। भुवनेश्वर में आयोजित सभी के लिए शिक्षा विषयक उस पट्टथॉन मेराथन में लगभग 6,000 महिलाएं साड़ी में दौड़ीं।गौरतलब है कि एडुकेशन फॉर ऑल विषयक मेराथन भारत और विदेशों के विभिन्न शहरों में भी सफलतापूर्व आयोजित किया गया। 2025 वर्ष में यह आयोजन ओडिशा के कुल 37 स्थानों और पूरे भारत के लगभग 65 से अधिक स्थानों पर आयोजित हुआ। भुवनेश्वर में इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण था जिसका नाम था “पट्टाथॉन मिनी मेराथन” जिसमें लगभग 6000 महिलाएं साड़ी में दौड़ीं।
प्रतिभागी महिलाएं स्थानीय शिखरचंडी मंदिर चौक से कीस एथलेटिक्स स्टेडियम तक दौड़ीं।इस मेराथन को बढ़ावा देने के लिए इसे प्रतियोगिता का स्वरुप भुवनेश्वर में प्रदान किया गया जिसमें राउरकेला की किरण महतो ने 50,000 रुपये का पहला पुरस्कार हासिल किया जबकि कटक की तेजस्विनी किस्सपोट्टा और सस्मिता बेहरा ने क्रमशः 40,000 रुपये और 30,000 रुपये का द्वितीय और तृतीय पुरस्कार जीता। सात उपविजेताओं को 10-10 हजार रुपये दिए गए साथ में एक-एक साड़ी भी पुरस्कार के रुप में भेंट की गई।गौरतलब है कि इस अनोखे कार्यक्रम का आयोजन कीट-3 लेडीज क्लब ने किया था। मेराथन के समापन समारोह की मुख्य अतिथि के रुप में श्रीमती सुरमा पाढ़ी, ओडिशा विधान सभा की स्पीकर; सम्मानित अतिथि के रुप में श्रीमती सुलोचना दास, भुवनेश्वर महानगर निगम की महापौर; प्रीतिनंद राउतराय, नगरपार्षद और ओलंपियन दुती चंद और अनुराधा बिस्वाल आदि मंचासीन थे। प्रोफेसर अच्युता सामंत, संस्थापक, कीट-कीस ने अपने संबोधन में आयोजन को महिला शक्तिकरण की दिशा में एवं विकसित भारत के बढ़ते कदम की ओर के लिए मील का पत्थर बताया। मौके पर कीट डीम्ड विश्वविद्यालय,भुवनेश्वर के कुलपति सरनजीत सिंह और अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।