नई दिल्ली। भारत मंडपम में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में कवयित्री डॉ. कृष्णा कुमारी के चौथे निबन्ध संग्रह ‘भय बिन हौवे प्रीत’ का लोकार्पण प्रख्यात साहित्यकार, विद्वान डॉ. फारुख आफरीदी साहब ने किया। विशिष्ट अथिति डॉ. शिवनारायण, संपादक, नई धारा, श्री सुधीर सक्सेना, रचनाकार गिरीश पंकज,(मुंबई). हरीश पाठक, (मुंबई) श्री कृष्ण नागपाल, संपादक, राष्ट्र दुनिया, डॉ. भावना शुक्ल रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. आफरीदी जी ने कहा कि कृष्णा कुमारी जी के निबंधों में व्यक्ति, देश, समाज की विडम्बनाएँ, दुविधाएँ,समस्याएँ उजागर हुई हैं, साथ ही प्रेम, सद्भाव, करुणा, संवेदना, सहयोग, आदि नैतिक मूल्यों का बहुत सुन्दर वर्णन मिलता है।
कृष्णा जी बहुत समय से निबन्ध लिख रही हैं,ये जो निबन्ध संग्रह आया है, उसी श्रृंखला की कड़ी है। आज निबन्ध लिखने की परम्परा बहुत कम हो गई है, ऐसे में एक महिला लेखिका का निबन्ध लिखना बहुत सराहनीय है। सभी विशिष्ट अथिति प्रबुद्ध साहित्यकारों ने पुस्तक की सार्थकता पर अपने विचार प्रकट किये एवं कृष्णा कुमारी को बधाइयाँ, शुभकामनायें दीं। अंत में भावना प्रकाशन के मालिक ,संयोजक श्रीमान नीरज मित्तल साहब ने सभी अथितियों का आभार व्यक्त किया । कृष्णा कुमारी ने स्वागत, सत्कार किया। संचालन आबिद अली ने किया। डॉ. कृष्णा कुमारी की अब तो चौदह पुस्तकें प्रकाशित हैं।समारोह में कई साहित्य प्रेमी पाठक उपस्थित रहे।