कोटा 11 मार्च/ राजस्थान के साहित्य साधक पुस्तक का लोकार्पण सोमवार को तालमंडी में समारोहपूर्वक किया गया। इस अवसर पर होली की बाल कविताओं पर आधारित राष्ट्रीय प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण भी किया गया। समारोह में बूंदी के साहित्यकार रामस्वरूप मूंदड़ा मुख्य अतिथि, एडवोकेट अख्तर खान अकेला अध्यक्ष, जितेंद्र निर्मोही, रामेश्वर शर्मा रामू भैया, डॉ. शशि जैन विशिष्ठ अतिथि रहे और अपने विचार व्यक्त किए। मुख्य वक्ता कथाकार और समीक्षक विजय जोशी ने कहा कि यह पुस्तक साहित्य पर शोध करने वालों और साहित्यकार पाठकों के लिए उपयोगी ग्रन्थ साबित होगा। समारोह अध्यक्ष अख्तर खान ने श्री भारतेंदु साहित्य समिति को पुनर्जीवित करने के प्रयासों पर बल दिया।
संचालन करते हुए लेखक डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने बताया कि इसमें राजस्थान के प्रसिद्ध 62 साहित्यकार शामिल हैं जिनमें 11 प्रवासी साहित्यकार हैं। राष्ट्रीय होली बाल कविता में 8 राज्यों के 89 प्रतियोगियों ने भागीदारी की है। प्रतियोगिता का आयोजन गांधीनगर गुजरात की समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत और कोटा की संस्कृति, साहित्य, मीडिया फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आर्यन लेखिका मंच, केसर काव्य मंच, रंगीतिका संस्थाओं के सहयोग से किया गया।
समारोह में होली बाल गीत प्रतियोगिता के विजेता प्रतियोगी कोटा की डॉ.अपर्णा पाण्डेय, अर्चना शर्मा, श्यामा शर्मा, पल्लवी दरक, बूंदी की सुमनलता शर्मा, भीलवाड़ा की शिखा अग्रवाल, कोटा के डॉ. रघुराज सिंह कर्मयोगी, विष्णु शर्मा हरिहर, राजेंद्र कुमार जैन , झालावाड़ के सुरेश कुमार नैयर, अदिति शर्मा, पल्लवन उच्च प्राथमिक स्कूल झालावाड़ की कक्षा 4 के मीस्टी माल्या, याना शर्मा और नमामि शर्मा को प्रशस्ति पत्र और साहित्य भेंट कर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ किया गया। साहित्यकारों ने एक दूसरे को गुलाल का तिलक लगा कर होली पर्व की शुभकामनाएं दी। डॉ. वैदेही गौतम और डॉ. अपर्णा पाण्डेय ने आयोजन में सहयोग किया। समारोह में बड़ी संख्या में साहित्यकार उपस्थित रहे।
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