अहमदाबाद। युवाओं की सशक्त और सजग भागीदारी ही समाज और राष्ट्र को समृद्ध बना सकती है। महान कर्मयोगी भगवान् श्री कृष्ण ने गीता में इसीलिए कर्म के भाव को ही अपनाने पर जोर दिया। ऐसे में युवाओं की महती जिम्मेदारी है कि वे अपनी इस भूमिका को पहचानें और इस दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए नए आयाम रचें। उक्त उद्गार ख़्यात साहित्यकार व ब्लॉगर एवं उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने ‘यादव सेवा समाज-समग्र भारत‘ के वस्त्राल, अहमदाबाद में आयोजित 13वें वार्षिक सम्मेलन व स्नेह मिलन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। उन्होंने अपने उद्बोधन में युवाओं में शिक्षा, कौशल विकास और देश निर्माण में उनकी बढ़ती महती भूमिका की चर्चा करते हुये समाज में उनके नये कर्तव्य निर्माण की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि गुजरात की धरती द्वारकाधीश के लिए जानी जाती है। द्वारकाधीश श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिनका गीता-ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है। आज देश के युवाओं को श्रीकृष्ण के विराट चरित्र के वृहद अध्ययन की जरूरत है। श्री यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण ने कभी कोई निषेध नहीं किया। उन्होंने पूरे जीवन को समग्रता के साथ स्वीकारा है। संसार के बीच रहते हुये भी उससे तटस्थ रहकर वे पूर्ण पुरुष कहलाए। यही कारण है कि उनकी स्तुति लगभग सारी दुनिया में किसी न किसी रूप में की जाती है।
इस अवसर पर गुजरात के विभिन्न जिलों के कक्षा 10 और 12 सहित उच्चतर कक्षाओं में उत्कृष्ट स्थान प्रदान करने वाले यदुवंशी विद्यार्थियों, चिकित्सा, इंजी
‘यादव सेवा समाज-समग्र भारत‘ के गुजरात अध्यक्ष श्री सत्यदेव यादव ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से व्यवसाय और आजीविका के लिए यदुवंशी लोग गुजरात में आते हैं। उन सभी में समन्वय करते हुए उनमें मिलाप कराना, उनकी सेवाओं को सम्मानित करना, होनहार प्रतिभाओं को पुरस्कृत करना, सामाजिक-सांस्कृतिक समारोह, वैवाहिक परिचय कार्यक्रम एवं समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपनी समृद्ध भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयोजन से इस वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस दौरान सर्वश्री सत्यदेव यादव, शिव मूर्ति यादव, मुलायम सिंह यादव, एडवोकेट अशोक यादव, शिव शंकर यादव, सुभाष चंद्र यादव, रामाधार यादव, मुकेश यादव, भीम सिंह यादव, राम बक्श यादव, जितेंद्र यादव सहित तमाम लोगों ने अपनी सक्रिय भागीदारी से लोगों का हौसला बढ़ाया।