आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पाई गयी मिलावट को लेकर नाराजगी जतायी है। पवन कल्याण ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि पूरे देश में मंदिरों से जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए।
इस बीच पत्रकार और एंकर आनंद नरसिम्हन ने भी इस मामले पर अपनी राय दी है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सनातन की रक्षा करने के लिए यह बेहद ज़रूरी है कि लोग एकजुट भी हो। उन्होंने लिखा, जब तक सनातनी विभाजित है तब तक सनातन रक्षा संभव नहीं है।
हमारे मंदिरों और किलों के दरवाजे हमेशा आक्रमणकारियों के घुसने के लिए भीतर से खुले रहे हैं। जैसा कि एक मठाधीश ने हाल ही में कहा था ‘बटेंगे तो कटेंगे’। यह हिंदू समाज के भीतर विभाजन, अहंकार, भ्रष्टाचार और अवसरवाद है जिसने हिंदू जीवन शैली को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है।
हिंदुत्व के अस्तित्व के लिए हिंदू समाज को पहले एक होना पड़ेगा। एक और एक ग्यारह। अन्यथा हिंदू समाज विभाजनकारी ताकतों के आगे झुकता रहेगा। धर्मो रक्षति रक्षितः।
पवन कल्याण ने इस मुद्दे पर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और उनकी गरिमा को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने का भी आश्वासन दिया।