मुझे याद नहीं पड़ता कि मुंबई में कभी भी मुझे कलकत्ता का दीवानगी भरा स्ट्रीटफ़ूड झालमुड़ी अपने ऑथेंटिक अवतार में खाने को मिला हो. लेकिन आज लंदन में कैमडेन सरस्वती पूजा में जो झालमुड़ी खाने को मिला उसने वाक़ई कलकत्ता की याद ताज़ा कर दी.
मुंबई में स्ट्रीट फ़ूड में जो दर्जा भेलपूरी को हासिल है वही कलकत्ता में झालमुड़ी को है , इनमें प्रयुक्त सामग्री भी लगभग एक सी ही है लेकिन इसके वावज़ूद झालमुड़ी का जवाब नहीं है .
लंदन वालों को झालमुड़ी से परिचित कराने वाला यह खोमचा किसी बंग बंधु का न होकर खालिस फिरंगी एंगस डेनान का है . एंगस पिछले अट्ठारह वर्षों से झालमुड़ी के शौकीनों को कलकत्ता का यह अनूठा जायका चखा रहे हैं.
एंगस ने झालमुड़ी बनाने की कला को जिस बारीकी से सीखा है वो देखते ही बनती है . वे बड़ी तन्मयता के साथ राई तेल में करारा भुना मुरमुरा एक बड़े से स्टील के डिब्बे में डालते हैं फिर स्टेनलेस स्टील के डब्बों से एक एक करके सींग दाना , चना दाल , उबला आलू, स्प्राउट बंगाल चना , बारीक कटा प्याज , टमाटर, बारीक सेब , खीरा , कतरा हुआ नारियल निकाल कर करछी से घुमाते हैं और फिर उसके ऊपर भिन्न भिन्न बोतलों से लाल , हरी चटनी, सरसों का तेल डाल कर और तबियत से नींबू निचोड़ कर ग्राहक को प्रस्तुत करते हैं बिल्कुल वही कलकत्ता वाला फील आ जाता है .
एंगस जाने माने ब्रिटिश शेफ रह चुके हैं , सोलह साल पहले कलकत्ता घूमने गए थे , उन्हें शहर पसंद आया और उससे भी ज़्यादा वहाँ का स्ट्रीट फ़ूड अच्छा लगा. कलकत्ता के प्रति यह लगाव उन्हें अगले साल फिर से उन्हें वापस खींच कर ले गया . वहाँ का स्ट्रीट फ़ूड और ख़ास तौर पर झालमुड़ी इतना अच्छा लगा कि उन्होंने स्थानीय खोमचे वालों से इस को बनाने की बारीकियां सीखीं और फिर इस जायके से लंदन वासियों को परिचित कराने का फ़ैसला किया .
2019 में एंगस डेनान ने विश्व क्रिकेट कप के दौरान ओवल ग्राउंड्स के बाहर अपना झालमुड़ी खोमचा क्या लगाया उनकी शोहरत इतनी हो गई कि मैच देखने आए सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने उनके लिए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिख दिया Bhery bhel done. वे अब हर साल दुर्गा पूजा , सरस्वती या फिर काली पूजा उत्सवों या फिर अन्य इवेंट में अपना खोमचा लगाए हुए नज़र आते हैं और रंग बिरंगी सजावट वाला उनका स्टाल भीड़ में अलग ही नज़र आता है .
आज हमे एंगस डेनान ने अपनी झालमुड़ी का जो पत्ता बना कर दिया उसके चार पाउंड यानि लगभग चार सौ बारह रुपये ले लिए पर कसम से इतना असली स्वाद की पूरे पैसे वसूल हो गए .
डेनान से हमने पूछा कि क्या वे इसका कोई आउटलेट या फिर चेन खोलने के बारे में सोच रहे हैं उनका कहना था उन्हें इसे स्ट्रीट फ़ूड की ही तरह जगह जगह घूम कर बेचने में मजा आता है इसलिए फ़िलहाल ऐसा कोई इरादा नहीं है .
(प्रदीप गुप्ता स्टेट बैंक के सेवानिवृ्ृत्त अधिकारी हैं और इन दिनों लंदन की यात्रा पर हैं)