मुंबई। पश्चिम रेलवे गोरेगांव-कांदिवली सेक्शन के बीच छठी लाइन का कार्य शुरू करने की तैयारी कर रही है। लगभग 4.5 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन पर कार्य 27/28 अगस्त, 2024 की रात से शुरू होगा और 05/06 अक्टूबर, 2024 तक चलेगा। उल्लेखनीय है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो, इसलिए पांच प्रमुख ब्लॉक केवल सप्ताहांत के दौरान ही लिए जा रहे हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री विनीत अभिषेक द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गोरेगांव और कांदिवली स्टेशनों के बीच लगभग 4.5 किलोमीटर लंबी छठी लाइन का कार्य शुरू होने वाला है। सप्ताहांत यानी शनिवार/रविवार को रात में 10 घंटे का ब्लॉक लेकर कार्य शुरू किया जाएगा। यह कार्य 35 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य है। उल्लेखनीय है कि गणपति महोत्सव के दौरान 11 से 17 सितंबर, 2024 तक कोई कार्य नहीं किया जाएगा।
श्री विनीत ने बताया कि चूंकि मालाड स्टेशन के पूर्व की ओर 6वीं लाइन बिछाने के लिए जगह नहीं है, इसलिए पश्चिम की ओर एक नई लाइन बिछाई जाएगी और सभी मौजूदा 5 लाइनों को कट और कनेक्शन के माध्यम से पश्चिम की ओर स्थानांतरित किया जाएगा। इस कार्य के प्रगति पर होने के कारण लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों को 15 से 20 मिनट रेगुलेट किया जाएगा, जबकि उपनगरीय सेवाएं भी प्रभावित होंगी, जिसमें औसतन लगभग 100-140 सेवाएं निरस्त की जाएंगी और सप्ताहांत में लगभग 40 सेवाओं को शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे द्वारा रात में कार्य करने का कार्यक्रम बनाया है ताकि सप्ताह के दिनों में कम से कम व्यवधान हो। 28/29 सितंबर और 05/06 अक्टूबर, 2024 को गोरेगांव और कांदिवली के बीच 5वीं लाइन पर नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा। इसके कारण बांद्रा टर्मिनस से चलने वाली ट्रेनों को 40 से 45 मिनट रेगुलेट किया जाएगा।
श्री विनीत ने आगे बताया कि गोरेगांव-कांदिवली सेक्शन बांद्रा टर्मिनस और बोरीवली के बीच 5वीं / छठी लाइन का हिस्सा है। 5वीं लाइन बांद्रा टर्मिनस और बोरीवली के बीच पहले ही शुरू हो चुकी है, जबकि छठी लाइन खार रोड और गोरेगांव के बीच शुरू हो चुकी है। गोरेगांव-कांदिवली सेक्शन का कार्य पूर्ण होने के बाद कांदिवली-बोरीवली खंड पर छठी लाइन का कार्य शुरू होगा। इस परियोजना के पूर्ण होने से यातायात की आवाजाही को निम्नलिखित तरीकों से लाभ मिलेगा:
लाभ:
• मुंबई उपनगरीय खंड की लाइन क्षमता में वृद्धि होगी।
• व्यस्त उपनगरीय और मेन लाइन की पटरियों पर यातायात सघनता कम होगी।
• ट्रेनों की समयपालनता में सुधार होगा।
• बांद्रा टर्मिनस से आने- जाने वाली ट्रेनों के लिए इस खंड पर दो समर्पित लाइनें होंगी।
• मेन लाइन की ट्रेनों और उपनगरीय ट्रेनों का पृथक्करण होगा।
• अधिक ट्रेनें चलाने के लिए अतिरिक्त मार्ग उपलब्ध हो सकेगा।
• अंधेरी – बोरीवली – विरार सेक्शन के यात्रियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।