माननीय प्रधान मंत्री श्री @narendramodi ने लाल किले की प्राचीर से एक महत्वाकांक्षी आह्वान किया, जिसमें उन्होंने उन 1 लाख युवाओं को सक्रिय राजनीति में लाने का संकल्प लिया, जिनके परिवारों का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। इस स्वप्न को साकार करने की दिशा में, गुजरात ने एक अग्रणी भूमिका निभाई है। गुजरात सरकार के उच्च शिक्षा विभाग और ‘सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के संयुक्त तत्वावधान में, ‘गुजरात सांस्कृतिक वक्तृत्व स्पर्धा – 2025’ का भव्य आयोजन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘संस्कार सिंचन का महाकुंभ’ की थीम पर आयोजित इस स्पर्धा ने युवाओं को भारतीय संस्कृति के मूल्यों से जोड़ने का एक अद्वितीय मंच प्रदान किया।
गुजरात के संस्कृति प्रेमी मुख्यमंत्री श्री @Bhupendrapbjp द्वारा शुरू की गई इस प्रतियोगिता में राज्य के 750 कॉलेजों के 15,000 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह युवा पीढ़ी में संस्कृति और मूल्यों के प्रति जागरूकता का जीवंत प्रमाण है। स्पर्धा के विषय: ‘चरित्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण’, ‘संविधान @ 75’ ‘युवा: देश का भविष्य – विकृतियों से बचकर संस्कारों की ओर’ ‘मान – मर्यादा और सुशीलता: भारतीय संस्कृति का आधार’ ‘विकसित भारत 2047: भव्य भारत – दिव्य भारत’ इन विषयों पर युवाओं ने अपनी विशिष्ट शैली में अपने विचार प्रस्तुत किए, और गुजरात के युवाओं ने अपने शौर्य से भरे अंदाज में वक्तव्य प्रस्तुत किए। युवाओं के लिए प्रेरणा और परिवर्तन का माध्यम: यह स्पर्धा गुजरात के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक और जीवन परिवर्तनकारी अनुभव रही है। इसने न केवल युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति और मूल्यों के महत्व को भी समझाया। इस प्रकार, गुजरात सरकार और ‘सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ ने मिलकर मोदी जी के स्वप्न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो निश्चित रूप से प्रतिभा संपन्न – चारित्रवान युवाओ का निर्माण करने में सक्रीय भुमिका निभएँगा ।
(लेखक भारत सरकार के सूचना आयुक्त रहे हैं और देश के जाने माने पत्रकार व स्तंभकार हैं)