आज से 2400 साल पहले भारतीय स्वतंत्रता के पहले महानायक क्षत्रिय राजा पुरु (पोरस)जिन्होंने विदेशी यूनानी आक्रमणकारी अलेक्जेंडर उर्फ सिकन्दर जिसने पूरी दुनिया के राष्ट्रों ईरान सहित पूरे अरब को जीत लिया था, उसे तलवार की धार से भारत की भूमि पर हराया था।
ग्रीक के इतिहासकारों ने अपने राजा अलेक्ज़ेंडर उर्फ सिकन्दर को जीता हुआ प्रस्तुत किया पर अगर अलेक्जेंडर ने भारतीय राजा पुरु को हराया था तो फिर अलेक्जेंडर की सेना पुरु से लड़ने के बाद भारत की भूमि से भाग क्यों खड़ी हुई?पुरु से लड़ने के बाद अलेक्जेंडर की सेना में भगदड़ क्यों मच गया था?अलेक्जेंडर उर्फ सिकन्दर को घायलावस्था में अपने वतन ग्रीक (यूनान) लौटना पड़ा।रास्ते में उसकी मौत हो गई।
सच्चाई यह है कि अलेक्जेंडर उर्फ सिकन्दर ने अपने जीवन की भीख पुरु से मांगा लेकिन ग्रीक के इतिहासकारों ने अपने अलेक्जेंडर को जीतता हुआ पेश कर दिया।
हम भारत के लोग प्राचीनकाल से इस मामले में कमज़ोर साबित हुए है।हॉलीवुड फिल्म अलेक्जेंडर (2008) में भी अलेक्जेंडर उर्फ सिकन्दर को भारतीय क्षत्रिय राजा पुरु से लड़ते हुए घोड़ा से गिरते हुए दिखाया गया।उस फिल्म में पुरु को अलेक्ज़ेंडर पर भारी दिखलाया गया है।अमेरिकन मानते है कि सिकन्दर को क्षत्रिय राजा पुरु ने हरा दिया था,पर हम भारतीय 2400 साल से पुरु को सिकन्दर द्वारा हारे हुए योद्धा के रूप में मानते आए है।यही भारत का दुर्भाग्य रहा है।
मार्क्सवादी,कॉम्युनिस्ट इतिहासकारों ने भारतीय राजाओं को हारने वाले के रूप में प्रस्तुत किया ताकि भारत और भारतीय राजाओं को कमज़ोर और अप्रासंगिक कहा जा सके।धन्यवाद हो अमेरिकन हॉलीवुड रिसर्चरों का जिन्होंने पुरु को जीतते हुए दिखाकर सच बोल दिया।
जो लोग बोलते है कि क्षत्रिय अधिकतर जंग हार जाते थे उनको पुरु से बप्पा रावल का इतिहास पढ़ना चाहिए जिन्होंने हज़ारों वर्षो तक दुनिया के हर राजाओं को हराया। जिन्होंने अलेक्जेंडर से अरब के आक्रांताओं तक को अरब तक खदेड़ा।पृथ्वी राज चौहान भी मोहम्मद गोरी से 1192 में रात्रि के समय हथियार न उठाने के कारण गोरी द्वारा छल के कारण हार गए।
साभार- https://www.facebook.com/ranveersingh.jodha.3 से