देश के दिग्गज कंपनियों में गिनी जाने वाली एस्सार कंपनी पर साल 2001 से 2006 के बीच कई वीआईपी और बड़े उद्योगपतियों के फोन टैप कराने का आरोप लगा है। कंपनी ने एनडीए-प्रथम और यूपीए-प्रथम सरकार के कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्रियों और उद्योगपतियों के फोन टैपिंग कराए थे। करीब 15 साल पहले अंजाम दिए गए इस साजिश की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एस्सार ने 2001 से 2006 के बीच जिन बड़े राजनेताओं के और उद्योगपतियों के फोन टैप कराए उनमें वर्तमान रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल, राम नाइक, मौजूदा गृह सचिव राजीव महर्षि, प्रमोद महाजन और अमर सिंह समेत रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी, रिलायंस कम्यूनिकेशन के मालिक अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी, आईडीबीआई बैंक के प्रमुख पीपी वोहरा, आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व एमडी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीवी कामथ और आईसीआईसीआई के ही पूर्व संयुक्त एमडी का नाम शामिल है।
इस मामले को उजागर करने वाले शख्स का नाम सुरेन उप्पल है जो मूलतः दिल्ली के रहने वाले हैं और सर्वोच्च न्यायालय में वकील भी है। 1 जून 2016 को दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार उप्पल को एस्सार समूह के उसी कर्मचारी ने फोन टैपिंग से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिसने उक्त सभी लोगों के फोन टैप किए। इसकी जानकारी एक डायरी में दर्ज की गई थी जिसमें संबंधित लोगों के फोन पर बातचीत का पूरा लॉग नोट किया गया है। साथ ही डायरी में उन नंबरों की भी जानकारी भी है जिन्हें टैप किया गया था।
साभार- इंडियन एक्सप्रेस से