Wednesday, March 26, 2025
spot_img
Homeपत्रिकाकला-संस्कृतिहाड़ोती अंचल में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां

हाड़ोती अंचल में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां

हाड़ोती अंचल में गणतंत्र दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। हाड़ोती अंचल में वर्ष 2025 का जनवरी माह सांस्कृतिक और साहित्यिक दृष्टि से आशा की नई किरण ले कर आया। विविध सांस्कृतिक आयोजनों में अंचल में राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कोटा के गणतंत्र दिवस समारोह में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने ध्वजा रोहन कर मार्च पास्ट की सलामी ली, परेड का निरीक्षण किया एवं जिला प्रशासन की और से विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवाओं और उपलब्धियों के लिए  न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अमित देव  के बेटे  अथर्व ए. देव को कोटा पर्यटन पर एप बनाने के सहित 95 प्रतिभाओं को सम्मानित किया ।  बच्चों द्वारा सामूहिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और व्यायाम प्रदर्शित किए गए। विभिन्न विभागों द्वारा आकर्षक झांकियां प्रदर्शित की गई। एक शाम शहीदों के नाम सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा पूर्व दिवस पर कवि सम्मेलनों का आयोजन किया गया।अंचल में मकर संक्रांति, लोहड़ी, गुरु गोविंद सिंह जयंती और तिल चौथ के पर्व हर्षोल्लास से पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ मनाए गए।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से राव माधो सिंह ट्रस्ट की ओर से गढ़ पैलेस में  आयोजित सांस्कृतिक संध्या में ओडिशा की प्रख्यात नृत्यांगना अनुश्री पद्मनाभ ने अपने शास्त्रीय नृत्य में महाकुंभ की गाथा और लक्ष्मी उत्पत्ति की गाथा को साकार किया।  कथक नृत्यांगना अचला रावत ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
  हिन्द की सांस्कृतिक विरासत समूह और पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग बारां के संयुक्त तत्वावधान में बारां जिला मुख्यालय पर “स्थानीय पुरातत्व धरोहर एक परिचय” विषय पर एक दिवसीय पुरातत्व सेमिनार का आयोजन किया जाना कला, संस्कृति और पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन रहा। अनेक विशेषज्ञों ने  हाड़ोती और मालवा क्षेत्र की पुरासंपदा पर शोध आलेख प्रस्तुत किए।  आयोजन में झालावाड़ के इतिहासविद ललित शर्मा, नाहरगढ़ के हंसराज नागर और कोटा की डॉ. मुक्ति पाराशर का प्रमुख योगदान रहा।
साहित्यिक दृष्टि से विविध गतिविधियों में बड़े साहित्यकारों के कोटा आगमन पर विमर्श, काव्य गोष्ठियां, नई पुस्तकों की आमद, पुस्तकों के विमोचन, पुस्तकों की समीक्षाएं, बाल विषयों पर साक्षात्कार और साहित्यकारों के सम्मान कार्यक्रम आयोजित किए गए। संस्कृति ,साहित्य,मीडिया फोरम, कोटा की और से बाल साहित्य लेखन को प्रोत्साहित करने के लिए होली पर्व के उपलक्ष्य में ” राज्य स्तरीय होली बाल कविता प्रतियोगिता ” शुरू की गई।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, इकाई कोटा के महामंत्री रघुनंदन हटीला के अनुसार कोटा इकाई द्वारा बच्चों को साहित्य से जोड़ने के लिए  कुटुंब, परिवार भाव ,भारतीय परिवार व्यवस्था एक सकारात्मक दृष्टि एवं औपनिवेशिकता के ऋणात्मक पक्ष में से किसी भी एक विषय पर कहानी लेखन प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की गई। स्कूल वर्ग में  मेघा प्रथम और रितिका राजावत द्वितीय स्थान पर रही। महाविद्यालय वर्ग में  अहिंसा गोस्वामी  प्रथम,  रक्षित प्रजापति द्वितीय एवं शिखा हाड़ा तृतीय स्थान पर रहे। सामान्य वर्ग में हेमराज सिंह हेम  प्रथम, डॉ सुशीला जोशी द्वितीय एवं सुमन लता बूंदी तृतीय रहे। सभी विजेताओं को आयोजित एक समारोह में पुरस्कृत किया गया।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान कोटा इकाई द्वारा राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय में बसंत पंचमी सप्ताह के तहत 30 जनवरी को आयोजित पाठक संवाद कार्यक्रम में युवाओं को साहित्यकारों की पुस्तकों के बारे में जानकारी दी गई।
संस्कृति ,साहित्य,मीडिया फोरम, कोटा की और से आयोजित साहित्य, चित्रकला और मूर्तिकला पर ” राज्य स्तरीय  शृंगार निबंध और काव्य प्रतियोगिता” में 35 प्रतिभागियों ने भाग लिया।  शृंगार निबंध  प्रतियोगिता में नारी शृंगार के रसराज से जुड़े कला और संगीत  पर ललित शर्मा,झालावाड़ एवं साहित्य में नारी शृंगार की अभिव्यंजना पर संयुक्त रूप से प्रथम रहे।  प्रेम शृंगार : मनोभावों की अभिव्यक्ति पर नेहा प्रधान, कोटा एवं पगड़ी पुरुषों की शान, अर्चना शर्मा, कोटा संयुक्त रूप दे द्वितीय रहे।
श्रृंगार:एक चिंतन: अध्ययन :मंथन पर अक्षय लता शर्मा, जयपुर,  श्रृंगार सौंदर्य : बिंदिया चमकेगी पर रीता गुप्ता ‘ रश्मि ‘ कोटा एवं सोलह शृंगार और उनके वैज्ञानिक तर्क पर अल्पना गर्ग, कोटा संयुक्त रूप से तृतीय रहे। “कविता प्रतियोगिता ” में प्रणय निवेदन कविता पर वैदेही गौतम एवं प्रियतम तुम्हारी याद आई पर डॉ. कृष्णा कुमारी संयुक्त रूप से प्रथम ररहे ।
 मत कर पिव जी परदेशां व्योपार कविता पर अक्षय लता शर्मा, जयपुर और अभिव्यक्ति  पर डॉ. अपर्णा पांडेय, कोटा संयुक्त रूप दे दूसरे स्थान पर रहे। स्टेच्यू  कविता पर दीनदयाल शर्मा, हनुमानगढ और मूर्तिकला में नारी शृंगार कविता पर तितिक्षा गुप्ता, झालावाड़ संयुक्त रूप से तृतीय रहे । ( प्राप्त रचनाओं की लेखिका  शिखा अग्रवाल  द्वारा एक संपादित कृति प्रकाशित की जाएगी। )
कानपुर से साहित्यकार राजेंद्र राव और भोपाल से साहित्यकार, कवि, उपन्यासकार  प्रो. हरि जोशी का इस माह कोटा आगमन हुआ। चंबल साहित्य संगम की और से प्रो. हरि जोशी का सम्मान कर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। हरि जोशी ने अपनी देश विदेश की यात्राओं के अनुभव बताएं। कथा पुरोधा राजेंद्र राव का कोटा आगमन  पर उनकी सृजन प्रक्रिया को ले कर उनका सीधा संवाद कथाकार एवं समीक्षक विजय जोशी ने किया।
कार्यक्रम का आयोजन मदर टेरेसा स्कूल में किया गया। कार्यक्रम में राव ने कहा  कहा कि यह समय साहित्य जगत को लेकर निराशा का नहीं है। वर्तमान समय में आई आई टी,आई आई एम के लेखक/ लेखिकाएं बहुत कुछ नया लिख रहे हैं। हर लेखक को नया विषय लेकर लिक से हटकर उपलब्धि प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो समाज साहित्यकारों का सम्मान करता है ,वो समाज अभिनंदन योग्य है। साहित्यकारों द्वारा उनका भावभीना सम्मान और अभिनंदन किया गया।  विजय जोशी ने अपनी कृति ” बैकुंठगामी एवं अन्य कहानियां ”  राव को भेंट की।
इस माह में बाल कृतियों में डॉ. विमला भंडारी, सलूंबर की ” मस्तानों की टोली ( बाल कहानी संग्रह )” और “अणमोल भेंट ( किशोर कथा संग्रे )”, विजय शर्मा की “बदल गया मिंकू” , श्यामा शर्मा की “कोई गीत सुनाओ ना” ,डॉ. कृष्णा कुमारी की “जंगल में फाग” , योगी राज ‘ योगी ‘ की “रंग बिरंगी तितली रानी” , डॉ. अपर्णा पाण्डेय की “प्रिय ग्लप” , जितेंद्र ‘ निर्मोही ‘ की “एक बयां और उसका घर ( बाल काव्य संग्रह )”,रामेश्वर शर्मा ‘ रामू भैया ‘ की “बाल पद्य कथा संग्रह”, और ” क्यों बे गंगाराम ” विष्णु शर्मा ‘ हरिहर ‘ की “भारत की पहचान ( बाल पहेली संग्रह )” और “नाना गीत सुनाओ ना (;बाल गीत संग्रह )”,  रेखा लोढ़ा ‘ स्मित ‘ की “चुन्नू – मुन्नू  थे दो भाई ( बाल गीत संग्रह )” सलिल प्रवाह ( बाल स्मारिका ) सलूंबर तथा मधुकर साहित्य संस्थान की त्रैमासिक पत्रिका काव्य
 अन्य कृतियों में जितेंद्र  ‘ निर्मोही ‘ की दो नई कृतियां “राजस्थानी  कहानियाँ  एक विवेचना” और ” राजस्थानी बाल साहित्य अर दीठ”, विजय जोशी के संपादन में  ” पुरातत्वविद् रमेश वारिद : चयनित आलेख सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक वैभव”,  योगेंद्र शर्मा की “भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की भूली बिसरी यादें , डॉ. अपर्णा पाण्डेय की “उन्मेष प्रवासी मन” एवं ओम नगर की कृति ” सागवान पेड़ का नाम नहीं” की समीक्षाएं विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई।
  लेखिका शिखा अग्रवाल की पुस्तक  ” फैशन एन इंस्टिंक्ट “का विमोचन  मुख्य अतिथि साहित्यकार किशन प्रणय और अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर शिखा अग्रवाल का समरस संस्थान साहित्य  सृजन भारत गांधी नगर की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शशि जैन , कोटा इकाई के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन  ने सम्मान पत्र भेंट कर ,शाल ओढ़ा कर एवं प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया । ज्ञान  भारती संस्थान की और से जितेंद्र निर्मोही, आर्यन लेखिका मंच से रेखा पंचोली,  उपाध्यक्ष डॉ. अपर्णा पाण्डेय, श्यामा शर्मा,  रंगितीका साहित्यिक संस्था कोटा से स्नेहलता शर्मा,  विजय जोशी, रीता गुप्ता, डॉ. वैदेही गौतम, रेणु सिंह राधे और केसर काव्य मंच की अध्यक्ष डा. प्रीति मीणा सहित विजय शर्मा एवं विजय महेश्वरी ने लेखिका शिखा अग्रवाल का माल्यार्पण और शाल ओढ़ा कर, प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
वैश्विक संस्था हिंदी साहित्य भारती के मदर टेरेसा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में हिंदी साहित्य भारती के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश रविन्द्र शुक्ल एवं अन्य अतिथियों ने डॉ. प्रभात कुमार सिंघल और डॉ. शशि जैन द्वारा संयुक्त रूप से लिखित पुस्तक ” धरोहरों की धरती राजस्थान का पर्यटन सफर ” एवं योगेंद्र शर्मा की पुस्तक ” भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की भूली बिसरी यादें” का विमोचन किया। विजय जोशी की  नई आई सम्पादित कृति ” पुरातत्वविद्  रमेश वारिद : चयनित आलेख सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक वैभव ” का विमोचन संस्कृति, साहित्य,मीडिया फोरम कोटा के तत्वावधान में डॉ. प्रभात कुमार सिंघल , जितेंद्र निर्मोही और रामेश्वर शर्मा ‘ रामू भैया ‘  द्वारा किया गया।  जितेंद्र निर्मोही की पुस्तक ‘ “राजस्थानी  कहानियाँ  एक विवेचना” एवं ” राजस्थानी उपन्यास एक विवेचना ” का विमोचन साहित्यकार राजेंद्र राव एवं अन्य अतिथियों द्वारा मदर टेरेसा स्कूल में किया गया।
साहित्यकार दुर्गा शंकर  बैरागी की पाँच राजस्थानी ( हाड़ोती ) पुस्तकों  “सरद सोवणी रात”,”गांवां की गुलमो’र,छूट गयो बैराग”, “घणी दुख्यारी नार”,और “वेदव्यास की मे’र” का विमोचन शिवपुरा में किया गया। अखिल भारतीय साहित्य परिषद ओर से करनी नगर विकास समिति के आश्रय भवन में साहित्यकार योगिराज योगी की पुस्तक  “भगवान महावीर चालीसा” का विमोचन” प्रो. हरिमोहन शर्मा, शिव कुमार जैन, रामेश्वर शर्मा ‘ रामू भैया ” एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। चंबल साहित्य संस्था के कार्यक्रम में बद्री लाल दिव्य के सातवें काव्य संग्रह ‘स्वर्ग और नरक ‘ का विमोचन किया गया।
मुंबई की हिंदी  अकादमी द्वारा कोटा के कथाकार और समीक्षक विजय जोशी को ” राष्ट्रीय गौरव 2025″ सम्मान से सम्मानित किया जाना हाड़ोती के लिए गर्व की बात है। वैश्विक संस्था हिंदी साहित्य भारती के  मदर टेरेसा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकार जितेंद्र निर्मोही का सम्मान किया गया। देश की प्रतिष्ठित संस्था साहित्य मंडल नाथद्वारा की ओर से 5 – 6 जनवरी को साहित्य पुरोधा स्व. भगवती प्रसाद देवपुरा की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय बाल साहित्य एवं सम्मान समारोह में कोटा के कवि और साहित्यकार महेश पंचोली, विजय शर्मा, विष्णु शर्मा ‘ हरिहर ‘ तथा शिखा अग्रवाल का इनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने अपनी तीन पुस्तकें “नई बात निकल कर आती है ( संस्मरण )”, “नारी चेतना की साहित्यिक उड़ान” और “धरोहरों की धरती राजस्थान का पर्यटन सफर” मंडल के प्रधानमंत्री श्याम प्रकाश देवपुरा को भेंट की। कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों के साहित्यकारों की 15 पुस्तकों के विमोचन का सौभाग्य भी जितेंद्र निर्मोही, रामेश्वर शर्मा ‘ रामू भैया ‘ और डॉ. प्रभात कुमार सिंघल को प्राप्त हुआ। नाथद्वारा से लौटते समय साहित्यिक यात्रा में जितेंद्र निर्मोही और रामेश्वर शर्मा ‘ रामू भैया ‘ की ” ऑन द वे ” काव्य गोष्ठी अद्भुत प्रयोग रहा। न्यू कोटा इंटरनेशनल सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय कवि हलीम आईना को साहित्य सृजन की उल्लेखनीय सेवाओं के लिए ‘हाडौती गौरव सम्मान -2025’ से सम्मानित किया गया। चंबल साहित्य संगम की ओर से स्व. धन्नालाल मेहरा की स्मृति में आयोजित आठवें चम्बल साहित्यश्री सम्मान -2025 से रामदयाल मेहरा (कोटा )तथा किरण बाला किरन (उदयपुर )को सम्मानित किया।
नाथद्वारा कार्यक्रम में रेखा लोढ़ा ‘  स्मिथ ‘,भीलवाड़ा से “बाल कहानियों में राष्ट्रप्रेम एक महती आवश्यकता” विषय पर तथा हिंडोन के व्याख्याता डॉ. कृष्ण बिहारी पाठक से “परी कथाओं की प्रासंगिता” विषय पर डॉ. प्रभात कुमार सिंघल द्वारा साक्षात्कार ले कर प्रचारित – प्रसारित किया गया ।
पुरूषोतम पंचोली को काठमांडू में आगामी दिनों में सम्मानित किए जाने के उपलक्ष्य में ” संस्कृति, साहित्य, मीडिया फोरम,कोटा की ओर से समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत कोटा इकाई और केसर काव्य मंच, कोटा के सौजन्य से 2 फरवरी 25 की कोटा में  अभिनंदन समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ राज्य स्तरीय शृंगार प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा और मासिक ई बुलेटिन का विमोचन भी होगा।
आगामी 23;फरवरी को दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में कोटा के कवि हलीम आईना को हिंदुस्तानी भाषा अकादमी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ दस दोहाकारों में चयन होने पर
‘”हिन्दुस्तानी भाषा काव्य प्रतिभा सम्मान -2025 ” से सम्मानित किया जायेगा।
 संस्कृति,साहित्य,मीडिया फोरम, कोटा की ओर से लेखक एवं  पत्रकार डॉ. प्रभात कुमार सिंघल की राजस्थान के साहित्यकारों के साहित्यिक अवदान पर ” राजस्थान के साहित्य साधक ” पुस्तक फरवरी माह में आने की संभावना है। पुस्तक में राजस्थान के प्रवासी साहित्यकारों सहित 61 नामचीन और नवोदित साहित्यकारों की शामिल किया गया है।
कोटा की बाल साहित्यकार डॉ. युगल सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ” हाडोती अंचल में बाल साहित्य का उद्भव एवं विकास क्रम ” फरवरी माह में आने की संभावना है। इस पुस्तक में इन्होंने हाड़ोती के  41 प्रमुख बाल साहित्य रचनाकार उनका व्यक्तित्व ,कृतित्व सभी की रचनाओं के नाम ,रचनाओं पर विस्तृत जानकारी एवं समीक्षाएं की हैं। सभी बाल साहित्यकारों का जीवन परिचय ,सम्मान ,पुरस्कार, विशेष उपलब्धियां छायाचित्र (फोटो) आदि सम्मिलित किए गए हैं। हाडोती अंचल के बाल साहित्य में कविता, कहानी ,उपन्यास, नाटक ,आत्मकथा ,अनुवाद, आलोचना, समीक्षाएं , बाल पत्र पत्रिकाओं का योगदान आदि का विस्तृत वर्णन है।
—————-
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल
लेखक एवं पत्रकार, कोटा

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार