उज्जैन सिंहस्थ-2016 में 30 दिनों में 10 मुख्य तिथियों पर प्रमुख स्नान होंगे। ज्योतिर्विदों के मुताबिक अश्वमेघ फल प्रदान करने वाले इस पर्व की शुरुआत चैत्र पूर्णिमा के दिन 22 अप्रैल को प्रथम स्नान के साथ होगी। अंतिम प्रमुख स्नान वैशाख पूर्णिमा पर 21 मई को होगा। इस बीच वरुधिनी एकादशी, वैशाख अमावस्या, अक्षय तृतीया, शंकराचार्य जयंती, वृषभ की सक्रांति पर भी मुख्य स्नान होंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. आनंदशंकर व्यास ने बताया कि 2016 के सिंहस्थ में प्रमुख तिथियों पर स्नानों का शास्त्रों के मतानुसार विशेष महत्व है। 10 तिथियों पर शैव व वैष्णव संप्रदाय के लोगों का अपने-अपने मतानुसार अलग-अलग महत्व बताया गया है।
इनमें शाही स्नान किन-किन तिथियों पर होंगे इसका निर्णय अखाड़ा परिषद् द्वारा लिया जाएगा। ज्योतिर्विद पं. ओम वशिष्ठ ने बताया कि सिंहस्थ के दौरान विभिन्ना तिथियों पर स्नान का शास्त्रों के मतानुसार अश्वमेध व वाजपेय यज्ञ का फल मिलने का उल्लेख है।
इन तिथियों पर होंगे पर्व स्नान
– चैत्र शुक्ल पूर्णिमा 22 अप्रैल।
– वरुधनी एकादशी 3 मई।
-वैशाख अमावस्या 6 मई।
– अक्षय तृतीय 9 मई।
– शंकराचार्य जयंती 11 मई।
– वृषभ सक्रांति 15 मई।
– मोहनी एकादशी 17 मई।
– प्रदोष 19 मई।
– नृसिंह जयंती 20 मई।
– वैशाख पूर्णिमा 21 मई।