10-12 सितम्बर, 2015 के दौरान भोपाल में 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भोपाल में विश्व हिन्दी सम्मेलन का उदघाटन करेंगे। इसका समापन 12 सितंबर को गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह करेंगे और समापन सत्र में मशहूर अभिनेता श्री अमिताभ बच्चन अपने विचार रखेंगे। इसी तारतम्य में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने जगदीप सिंह दांगी को उक्त सम्मेलन में अतिथि के रूप में आमंत्रित करते हुए प्रसन्नता जाहिर की है। जगदीप सिंह दांगी अपने द्वारा विकसित विभिन्न हिंदी सॉफ्टवेयर पर एक तीन दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन करेंगे। जिसके तहत अपने द्वारा विकसित विभिन्न हिंदी सॉफ्टवेयर का लाइव डेमॉस्ट्रेशन और पावर पॉइंट प्रजेंटेशन शामिल रहेगा।
प्रदर्शनी हेतु हिंदी सॉफ्टवेयर उपकरण सूची इस प्रकार से है:-
§ सक्षम – प्रथम हिंदी वर्तनी परीक्षक (लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स – 2015 में दर्ज)
§ वर्धा हिंदी शब्दकोश (हिंदी-हिंदी शब्दकोश)
§ प्रखर देवनागरी फ़ॉन्ट परिवर्तक – (अस्की/इस्की फ़ॉन्ट्स से यूनिकोड फ़ॉन्ट)
§ यूनिदेव – (यूनिकोड फ़ॉन्ट से अस्की/इस्की फ़ॉन्ट्स में परिवर्तन हेतु)
§ शब्दज्ञान – (हिंदी-अंग्रेज़ी-हिंदी शब्दकोश)
§ प्रखर देवनागरी लिपिक – (यूनिकोडित रेमिंगटन टंकण प्रणाली आधारित)
§ प्रलेख देवनागरी लिपिक – (यूनिकोडित फ़ॉनेटिक इंग्लिश टंकण प्रणाली आधारित)
§ शब्द-संग्राहक
§ आई-ब्राउजर++ – प्रथम हिंदी इंटरनेट एक्सप्लोरर (लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स – 2007 में दर्ज)
§ शब्दकोश (हिंदी-अंग्रेजी-हिंदी)
§ अंग्रेजी-हिंदी शब्दानुवादक (ग्लोबल वर्ड ट्रांसलेटर)
जगदीप सिंह दांगी महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में एसोसिएट प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनका हिंदी सॉफ़्टवेयर विकास कार्य उल्लेखनीय है। वे निरंतर 15 वर्षों से हिंदी भाषा में कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर का विकास कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें अनेक राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया गया है, उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स – 2007 एवं लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स – 2015 में ससम्मान दर्ज है। प्रो. दांगी के अनेक साक्षात्कार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के समाचार चैनल, वेब-साइट्स एवं पत्र-पत्रिकाओं में समय समय पर प्रकाशित किए गए हैं। इससे पहले भी जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में आयोजित 9वें विश्व हिंदी सम्मेलन 22-24 सितंबर 2012 में सम्मिलित होने के लिए तथा “सूचना प्रौद्योगिकी – देवनागरी लिपि और हिंदी का सामर्थ्य” विषय पर शैक्षिक सत्र में अपनी सहभागिता हेतु भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा विशिष्ट विद्वान के रूप में आमंत्रित किया था। उक्त सम्मेलन में प्रो. दांगी ने हिंदी सॉफ़्टवेयर पर व्याख्यान एवं प्रस्तुतीकरण किया था।