पूर्वोत्तर भारत की उपेक्षा से नाराज एक 12 साल की लड़की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर और वीडियो पोस्ट करके गुहार लगाई है। लड़की ने पीएम मोदी से अपील की है कि नॉर्थ-ईस्ट के इतिहास को स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताबों में शामिल किया जाए और पूरे देश में इसे पढ़ाया जाए ताकि देशवासियों को सेवन सिस्टर्स (Seven Sisters) के बारे में पता चल सके। आइरा गोस्वामी ने अपने खत में लिखा- “सेवन सिस्टर्स का लंबा गौरवशाली इतिहास कहां है? कुछ छात्रों को सेवन सिस्टर्स (पूर्वोत्तर) के बारे में नहीं पता है।
उसने लिखा, “मुझे मौर्य, मुगल शासकों और गुप्त साम्राज्य के बारे में काफी जानकारी है। मैं इन राजाओं और बादशाहों के बारे में एग्जाम में लिख भी चुकी हूं। लेकिन मैं लचित बोफुकोन (Lachit Borphukon) और अहोम (Ahoms) के बारे में बहुत कम मालूम है, जिन्होंने 600 सालों तक असम पर राज किया और 17 बार मुगलों को युद्ध में हराया। मैं पूरे भारत के इतिहास के बारे में जानती हूं, जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक, मुगल से लेकर ब्रिटिश तक, राजस्थान से लेकर कोलकाता तक। लेकिन नॉर्थ-ईस्ट के बारे में हमारी किताबों में जानकारी मिलना मुश्किल है।
लड़की ने आगे लिखा कि मेरा पसंदीदा विषय इतिहास है, लेकिन तब भी मझे अपने राज्य के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता है। आइरा गोस्वामी ने पीएम मोदी से इस मामले में प्रतिक्रिया की उम्मीद की है और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि असम और पूर्वोत्तर के इतिहास को हमारी किताबों में शामिल किया जाए। अगर आप कुछ कर सकता है, तो मैं आपकी शुक्रगुजार रहूंगी।
गौरतलब है कि पिछले कई सालों से पू्र्वोत्तर उपेक्षा का शिकार रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी पूर्वात्तर के लोगों के साथ कई घटनाएं सामने आ चुकी है। ऐसा इसलिए भी होता है कि पूर्वोत्तर के इतिहास, उनकी संस्कृति के बारे में देश के बाकी क्षेत्रों के लोगों को कम जानकारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पीएम का पद संभालने के बाद से नॉर्थ-ईस्ट को महत्व मिलने की बातें कहीं जा रही थी।