Monthly Archives: August, 2016
हम क्यों नहीं बन सकते जीनियस ?
एक सूफी कहावत है कि खुद को बेहतर बनाना ही, बेहतर गांव, बेहतर शहर, बेहतर देश और बेहतर दुनिया बनाने की ओर पहला कदम होता है।’ चाहता तो हर कोई बेहतर करना ही है, लेकिन बेहतर करने के लिये सबसे पहले इस बात की जरूरत है कि वह अपने आपको गंभीरता से लें।
भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है. यह त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांधकर उनकी लंबी उम्र और कामयाबी की कामना करती हैं. भाई भी अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं.
रविवार को ‘वतन पे जो फिदा होगा’कार्यक्रम का आयोजन
आगामी 15 अगस्त को देश की आजादी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर पूरे जोर-शोर से अपने नए समारोह ‘वतन पे जो फिदा होगा’ की तैयारियां जोरों पर है।
स्वर आलाप का मधुर संगीत महोत्सव
मुंबई। संगीत, कमेडी, बहुत से पुराने और भावनात्मक फिल्मी गानों के द्वारा अनेकों की पुरानी यादों को ताजा किया...ऐसी थी स्वर आलाप द्वारा आयोजित कंसर्ट में “बहुमुखी प्रतिभा वाले –जावेद अली”की प्रस्तुति। स्वर आलाप एक ऐसा संगठन है जो पिछले 14 सालों से भारतीय संगीत उद्योग के महान संगीतकारों को पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कजरी महोत्सव में पहुँची राजश्री बिरला
मुंबई। सुप्रसिद्ध उद्योग घराने बिरला समूह की अगुआ पद्मश्री राजश्री बिरला ने कजरी महोत्सव में पहुंचकर एक ओर सादगी व विनम्रता का परिचय दिया तो दूसरी ओर महोत्सव में बड़ी संख्या में जुटी महिलाओं को प्रेरणा भी दी।
हर दिल अज़ीज़ नेता थे राजीव गांधी
श्री राजीव गांधी ने उन्नीसवीं सदी में इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना देखा था. स्वभाव से गंभीर लेकिन आधुनिक सोच और निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता वाले श्री राजीव गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीकों से पूर्ण करना चाहते थे. वे बार-बार कहते थे कि भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के साथ ही उनका अन्य बड़ा मक़सद इक्कीसवीं सदी के भारत का निर्माण है.
फिल्मों में गाली गलौच यानी नई धारा की फिल्म
बीते दिनों 'उड़ता पंजाब' फिल्म पर उठे विवाद का अंत मुंबई उच्च न्यायालय के फैसले से हुआ जिसने फिल्म को लगभग बिना किसी काट-छांट के पास कर दिया। लेकिन इसी विवाद पर सुनवाई करते हुए अदालत ने फिल्मकारों पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की, ''आज सोशल मीडिया और 24 घंटे चलने वाले टीवी सीरियल के दौर में दर्शकों का ध्यान खींचना जरूरी है।
बंदर के हाथ आईना ?
निर्मल रानी - 0
विश्व में आई कंप्यूटर क्रांति के बाद तथा खासतौर पर कंप्यूटर के इंटरनेट के साथ जुड़ जाने के पश्चात निश्चित रूप से ऐसा प्रतीत होने लगा है गोया पूरे विश्व को मानव ने अपनी मु_ी में कैद कर लिया हो। रही सही कसर स्मार्ट फोन ने पूरी कर दी है।
वन्य जीवन के कल्याण के लिए पशुपतिनाथ का किया रुद्राभिषेक
लखमीपुर खीरी। श्रावण मास के अंतिम पखवाड़े में आदिगंगा गोमती के किनारे स्थित जंगली नाथ स्थल में प्राचीन महाभारत कालीन शिवलिंग का रुद्राभिषेक हुआ, साथ ही संतों व दर्शनार्थियों को पवित्र भोज भी कराया गया, कार्यक्रम का आयोजन वन्यजीव विशेषग्य एवं दुधवा लाइव जर्नल के संस्थापक कृष्ण कुमार मिश्र ने किया, जिसमें जनपद के तमाम शिक्षक, पर्यावरण प्रेमियों ने हिस्सेदारी की.
सीमा पर तैनात पिता से मिलने अकेले ही 4500 किमी. का सफर तय किया 9 साल की बच्चियों ने
नई दिल्ली. फौजी पिता से मिलने की चाहत में 9 साल की दो बच्चियां मेघालय स्थित अपने घर से अकेले ही पाकिस्तान बॉर्डर के लिए निकल पड़ीं। लेकिन दोनों दिल्ली आकर भटक गईं। इनमें से एक के पिता पंजाब स्थित पाक बॉर्डर और दूसरे के पिता छत्तीसगढ़ के नक्सल इलाके में बतौर बीएसएफ जवान तैनात हैं।