Monthly Archives: February, 2020
खुलासा : साढ़े चार लाख भारतीयों के क्रेडिट-डेबिट कार्ड खतरे में
डार्क नेट पर बिक रही इन जानकारियों की कीमत करीब 4.2 मिलियन डॉलर यानी करीब 30 करोड़ रुपये से भी अधिक है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह अहम जानकारी जासूसी वेबसाइट के पास कैसे पहुंची।
भूखे आदमी का सबसे बड़ा तर्क रोटी है
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आज़ादी के लिबास में छुपी हुई गुलामी और लोकतंत्र की छाया में चल रहे शोषण और दमन की यह ‘पटकथा’ अभी ठीक से पढ़ी जानी बाकी है
मतदाता कार्ड से जड़ेगा आधार
इस बारे में चुनाव आयोग की ओर से पिछले साल अगस्त में सरकार के सामने प्रस्ताव रखा गया था। कहा गया था कि उसे लोगों से आधार लेने और वोटर आईडी में उसका इस्तेमाल करने का
कारवां-ए-उर्दू लिटरेचर अवार्ड से नवाज़े गए डॉ. चन्द्रकुमार जैन
दोहा के डीपीएस एमआईएस सभगृह में नामचीन हस्तियों और हिंदी उर्दू दोआब के चाहने वालों के सामने एक यादगार आयोजन में डॉ. जैन को कारवां-ए-उर्दू के चेयरमैन अजीम अब्बास और
नहीं रहे गिरिराज किशोर
गिरिराज किशोर की कहानियों की यह विशेषता है कि इनमें समकालीन जीवन को समझने-बूझने के सूत्र प्राप्त होते हैं। ये सूत्र जीवन-जगत् के भविष्य को भी इंगित करते हैं। इन सूत्रों में रचना समय के राजनीति
सुपर मॉडल पूजा मोर जिसने चीन को दिखाया आईना
जहां आज के बॉलीवुड सितारे देश हित भूल कर चीनी मोबाइल फ़ोन और उत्पादों का विज्ञापन कर रहे हैं, पूजा मोर के साहस की निश्चित ही सराहना होनी चाहिए। नि:संदेह पूजा आज की युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल है।
गोबर का गमला, दीया, अगरबत्ती, एलोविरा साबुन तैयार कर महिलाएँ बनीं आत्मनिर्भर
समूह की महिलाओं ने बताया कि शासन की ‘नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी‘ योजना के तहत ग्राम पंचायत बैहार में 3 एकड़ जमीन में गौठान इससे लगे 10 एकड़ में चारागाह और 5 एकड़ जमीन में बाड़ी का निर्माण किया गया है।
एक रूपये के नए नोट में होंगी ये खास बातें
एक रुपए के नोट फिलहाल चलन से लगभग बाहर हो चुके हैं। अब सरकार 1 रुपए के नए नोट को जल्द बाजार में लाने जा रही है। आमतौर पर नोटों की छपाई का काम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया RBI के जिम्मे होता है।
14 साल से नहीं गए मंडी, घर और खेत से ऑनलाइन बिक जाते हैं जैविक उत्पाद
देश के किसानों के लिए उनका संदेश है कि बाजार को पहचानें, जिस चीज की खपत हो, वही फसल उगाएं। जलवायु को ध्यान में रखते हुए कम लागत वाली खेती करें। लोगों को खेती से जोड़कर अपना एक परिवार तैयार करना चाहिए। वे आप पर भरोसा करेंगे और आपसे ही उपज खरीदेंगे।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने चिदंबरम से पूछा कांग्रेस की हार पर गर्व क्यों कर रहे हैं
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इससे पहले ट्वीट कर कहा कि यह समय इन चार चीजों पर कार्रवाई करने का है- शीर्ष स्तर पर निर्णय लेने में देरी, राज्य स्तर पर रणनीति और एकता की कमी,