गांधीनगर। गुजरात के एक किसान की इन दिनों पूरे देश में चर्चा हो रही है। उसने महज 70 दिनों में 21 लाख रुपए की कमाई की है। खरबूजों की खेती से उसे इतना लाभ हुआ है कि आस-पास के किसान भी 41 साल के खेताजी सोलंकी से इसकी जानकारी हासिल करने आ रहे हैं।
गुजरात के बनासकाठा जिले में स्थित छोटे से गांव चंदाजी गोलिया में रहने वाले खेताजी पिता के चार एकड़ की भूमि में आलू, बाजरा आदि की खेती करते थे। वह पढ़ने में तेज थे, लेकिन गांव में सातवीं के बाद स्कूल नहीं होने के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर सके। हालांकि, उनके अंदर शुरू से ही कुछ नया सीखने और करने की ललक थी।
इसी का फायदा उन्हें खेती में भी हुआ। साल 2014 तक वह आलू की खेती करते थे। फसल को बाहर बेचने के लिए उन्होंने मार्केटिंग में भी हाथ आजमाया। हालांकि, दलालों की लॉबी के चलते वह इसमें ज्यादा सफलता हासिल नहीं कर सके। इस बीच उन्होंने मार्केटिंग के बारे में सीखा और आलू को एक्सपोर्टर को बेचना शुरू कर दिया। इस डीलर ने खेताजी को सलाह दी कि हर मौसम में आलू की फसल से फायदा नहीं कमाया जा सकता है।
उस डीलर ने यह भी कहा कि एक ही फसल से हमेशा लाभ नहीं मिलता है। दूसरी फसलों को भी उगाने की कोशिश करनी चाहिए। इस बात ने खेताजी के लिए नई राह खोल दी। इसके बाद उन्होंने दूसरी फसलों को भी उगाने का काम शुरू किया। वह फसलों को पैदावार को बढ़ाने के लिए किसानों को दिए जाने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में जाने लगे। यहां से उन्हें ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के बारे में सीखा और इंटरनेट की मदद से उर्वरकों के बारे में जानकारी हासिल की।
साल 2017 तक उसके खेत ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के लिए पूरी तरह से तैयार हो गए। फरवरी 2018 में खेताजी ने अपने 4 एकड़ खेत में खरबूज के बीज बोए। महज 70 दिनों में ही 140 टन खरबूज की फसल तैयार हो गई। इस फसल को उसने एक डीलर के जरिये कश्मीर में 21 लाख रुपए में बेच दिया। इसके लिए उन्होंने 1.6 लाख रुपए का निवेश किया था, लिहाजा 19.5 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाया।
इन कामों से मिली सफलता
खेताजी ने बताया कि खेती में अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो आसानी से बड़ा फायदा उठाया जा सकता है। जानते हैं इसके बारे में…
रोज नया सीखो
खेताजी बताते हैं कि हर किसान को सरकार और बीज कंपनियों या गैर सरकारी संगठनों द्वारा आयोजित विभिन्न नि: शुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं का लाभ उठाना चाहिए। खेती में उपयोग किए जाने वाले नवीनतम शोध और प्रौद्योगिकी के बारे में सीखने के लिए निकटतम कृषि विश्वविद्यालय से सहायता लें। कृषि मेला में जाएं और अपने सवालों के लिए इंटरनेट का सहारा लें।
सब्सिडी का लाभ लें
अपने खेत पर किए गए सबसे अच्छे निवेश के लिए सौर पंप स्थापित किया। पंप की लागत 8 से 10 लाख है।किसानों को सिर्फ 37,500 रुपए का निवेश करना है, जबकि शेष सरकार द्वारा भुगतान किया जाता है। इसी प्रकार, ड्रिप सिंचाई स्थापित करने में सब्सिडी मिलती है, जो कि किसान के जीवन को आसान बनाता है।
अच्छा बीज चुनें
बीज चुनते समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह उपज की गुणवत्ता तय करेगा। मानक प्रमाणन बीज उचित प्रमाणीकरण के साथ उपलब्ध हैं। सही गुणवत्ता वाले बीज के बारे में अधिक जानने के लिए खेताजी निकटतम कृषि विश्वविद्यालय जाते थे। वह व्हाट्सएप पर भारत भर के किसानों के कई समूहों से भी जुड़ गए। उन्होंने कहा कि मैंने अपना पासपोर्ट बनवा लिया है और खेती तकनीक का अध्ययन करने के लिए एक बार इजराइल जाना चाहता हूं।
साभार- https://naidunia.jagran.com से