Tuesday, December 24, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया से300 रुपये पत्थर गहनों के नाम पर 6 करोड़ में बेच दिए

300 रुपये पत्थर गहनों के नाम पर 6 करोड़ में बेच दिए

जयपुर के आभूषण व्यवसाई ने दो साल पहले अमेरिकी महिला को 6 करोड़ का आभूषण बेचा था जो नकली निकल गया है, जो असल में केवल 300 रुपये का था. अब इसके लिए अमेरिकी महिला चेरिश ने जांच शुरू करवा दी है. इस मामले में एक गिरफ्तार हुआ है और दो फरार हैं.

दरअसल, जयपुर के रामा रोडियम दुकान से 2022-23 के दौरान चेरिश ने 6 करोड़ कीमत के आभूषण खरीदे थे. जिसमें कई स्टोन और सोने के आभूषण थे. अमेरिका में एक ज्वेलरी एग्जीबिशन के दौरान जब चेरिश ने उन गहनों को लोगों को दिखाया तो वो नकली निकले. उसकी जांच करवाई और अब वो जयपुर में इस मामला का केस दर्ज करवाया है. पुलिस का कहना है कि पहले तो आभूषण दुकानदार पैसे लौटाने की बात कह रहा था, लेकिन अब बाप-बेटे फरार हैं. हालांकि, नकली हॉलमार्क बनाने वाला पकड़ा जा चुका है.

जयपुर में इस मामले की जांच कर रहे एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि यह मामला दो साल पहले का है. अब जब अमेरिकी महिला चेरिश ने मामला दर्ज करवाया तो उसकी जांच में खुलासे हुए हैं.

दरअसल, वर्ष 2022- 23 दौरान विदेशी महिला ने गौरव सोनी और राजेंद्र सोनी से 6 करोड़ रूपये के आसपास के रिंग, नेकलेस, डायमंड आदि आभूषण खरीदे थे. अमेरिका में फरवरी में एक जेवलरी एग्जीबिशन में जब इन गहनों को ग्राहकों को दिखाया तो नकली निकले.। इसमें जो सोने के आभूषण 14 कैरेट के बताये गए थे वो 9 कैरेट के निकले. इतना ही ग्रेनाइट के पत्थर को डायमंड बताकर दे दिया था. जेम्स और जेवलर्स का काम करने वाले गौरव सोनी और राजेंद्र सोनी अब फरार हैं. पहले दो दिन का समय देकर पैसा वापस लौटाने की बात कह रहे थे.

जयपुर के जेम्स और ज्वेलर्स व्यापार की साख पूरी दुनिया में है. इसलिए यहां के सामन पर लोग जल्दी शक नहीं करते. यहां पर पुराना खेल चल रहा है. अब जब सबकुछ सीसीटीवी में कैद है तो मामला तूल पकड़ लिया है. इन आभूषणों के चेक एंड बैलेंस का कोई यहां पर नियम नहीं है.

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार