कैंपस सिलेक्शन के लिए अन्य मीडिया संस्थान भी संपर्क में : प्रो. केजी सुरेश
जी मीडिया समूह द्वारा आयोजित कैंपस सिलेक्शन में 150 छात्रों ने लिया हिस्सा
भोपाल। एमसीयू में हम केवल न्यूज़ एंकर के चयन के लिए आए थे लेकिन यहां आकर हमें जी मीडिया समूह के लिए डिजिटल, एडवरटाइजिंग, कंटेंट राइटर, रिपोर्टर, स्क्रिप्ट राइटर, इवेंट मैनेजर और कॉपीराइटर सहित विभिन्न मीडिया विधाओं से जुड़े हुए विद्यार्थी मिल गए हैं। यह कहना है जी न्यूज़ मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के संपादक मोहित सिन्हा का। यह बात उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के भोपाल परिसर में आयोजित कैम्पस चयन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि विभिन्न विधाओं में चयनित सभी विद्यार्थियों को जी मीडिया के नोएडा हेड ऑफिस में बुलाया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. केजी सुरेश ने प्लेसमेंट से पहले सभी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि देश के इतने बड़े मीडिया समूह ने एमसीयू में प्लेसमेंट सिलेक्शन की इच्छा जताई, हमने निसंकोच फैसला लेते हुए जी मीडिया समूह नोएडा को आमंत्रित किया। पिछले दो वर्ष से विश्वविद्यालय में कोरोना काल के चलते विद्यार्थियों की चहल-पहल रुक गई थी। हालांकि ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को लगातार विभिन्न विधाओं में पारंगत किया गया और इसका परिणाम इस प्लेसमेंट में देखने को मिला। मुझे खुशी है कि जी मीडिया समूह केवल एंकर की तलाश में एमसीयू आया था और यहां से विभिन्न विधाओं में करीब 45 बच्चों को अंतिम चरण के लिए चुना। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि एमसीयू में बच्चों को मीडिया जगत से जुड़ी सभी विधाओं के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। पिछले एक वर्ष से विश्वविद्यालय में हो रहे सकारात्मक कार्यों की ऊष्मा मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न क्षेत्र में स्थापित मीडिया हाउस तक पहुंच रही है। मुझे भरोसा है कि भविष्य में और कई मीडिया हाउस छात्रों के चयन हेतु विश्वविद्यालय आयेंगे।
विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट निदेशक प्रो. अविनाश वाजपेयी ने कहा कि जी मीडिया समूह नोएडा की ओर से आयोजित प्लेसमेंट में लगभग 150 विद्यार्थी शामिल हुए। एमसीयू की प्लेसमेंट संयोजक डॉ. दीप शिखा हर्ष ने बताया कि महामारी के बाद विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट कंपनी के आने से बच्चों में उत्साह है। इसके अलावा कई और कंपनियां एमसीयू में कैंपस सिलेक्शन के लिए जल्द आने वाली हैं।
कुलसचिव
(डॉ. अविनाश वाजपेयी)