देश के हर कोने से अमरनाथ गुफा के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुआें के सामने इस बार सिर्फ तनावपूर्ण हालात ही नहीं हैं बल्कि उन्हें कुछ अनिष्ट होने का डर भी सताने लगा है। दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं ने बताया कि पहले दर्शन करना मुश्किल हो गए फिर अपनी जान के लाले पड़ गए।
बाबा बर्फानी भी अंतर्धान हो गए। अब तक की यात्रा में अमरत्व प्राप्त कबूतरों का जोड़ा देखे जाने की खबर भी कहीं नहीं मिली। इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए लगने लगा है सब कुछ ठीक नहीं है।
यात्रा से लौटे झारखंड के धनबाद निवासी श्रद्धालु संजीव कुमार ने बताया वे हिमलिंग के दर्शन को लालायित थे लेकिन इस बार केवल पवित्र गुफा के ही दर्शन हो पाए। गुफा में कबूतरों का जोड़ा इस बार कहीं नहीं दिखा।
गुफा के निकट तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें पूछने पर बताया कि इस बार आरती के समय एक भी बार कबूतर नहीं दिखाई दिए हैं। धनबाद निवासी रामेश्वर सिंह ने कहा अमरनाथ की कथा में कबूतरों के जोड़े का विशेष उल्लेख है। उनके कुछ साथी हैं जो कुछ वर्ष पूर्व की यात्रा के दौरान कबूतरों का जोड़ा देख चुके हैं।
हर बार कोई न कोई कबूतर देखने का सौभाग्य हासिल करता है। लेकिन इस बार कबूतर दिखने की कोई जानकारी नहीं मिली है। उत्तर प्रदेश से आए विकास कांत ने कहा उन्हें तो सिर्फ पवित्र गुफा के दर्शन का सौभाग्य मिल पाया है।
बाबा बर्फानी का समय से पहले अंतर्धान होना महज संयोग नहीं बल्कि किसी अनिष्ट का संकेत भी हो सकता है। पूर्व में भी ऐसा हो चुका है जब बाबा बर्फानी समय से पहले पिघल गए और अशांति का माहौल बन गया था।
साभार-अमर उजाला से