जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड की डिजिटल शाखा ‘जी डिजिटल कंवर्जेंस लिमिटेड’ ने डिट्टो टीवी को नए रूप में रीलॉन्च किया है। डिट्टो टीवी की बिजनेस हेड अर्चना आनंद का कहना है कि मात्र 20 रुपए में चैनल को दिखाना टेलिविजन की दुनिया में काफी बड़ा कदम है।
दरअसल, डिट्टो टीवी को जी डिजिटल कंवर्जेंस लिमिटेड ने फरवरी 2012 में लॉन्च किया था। शुरुआत में इसे ओवर द टॉप और विडियो ऑन डिमांड के रूप में शुरू किया गया था। लेकिन अब नए रूप में डिट्टो टीवी को 14 जुलाई को लॉन्च किया गया है और इसे ‘देश का टीवी’ के रूप में प्रोजेक्ट करते हुए मात्र 20 रुपए सबस्क्रिप्शन फीस रखी गई है। इसके तहत डिट्टो टीवी ने स्टार इंडिया और सन टीवी ग्रुप छोड़कर लगभग सभी प्रमुख भारतीय ब्रॉडकास्टर्स के साथ करार किया है। इस करार के बाद मात्र 20 रुपए के सबस्क्रिप्शन शुल्क पर डिट्टो टीवी के उपयोगकर्ता हिंदी, अंग्रेजी और प्रादेशिक को मिलाकर 100 से ज्यादा चैनल देख सकेंगे।
अर्चना आनंद का कहना है कि इस कवायद का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक डिट्टो टीवी की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इसलिए इसका मासिक शुल्क सिर्फ 20 रुपए रखा गया है जो एक कप चाय की कीमत के लगभग बराबर है। इतनी कम कीमत रखने से देश के छोटे शहरों और छात्रों आदि के बीच हमें आसानी से ज्यादा से ज्यादा पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि 20 रुपए मासिक शुल्क के अलावा डिट्टो टीवी तीन महीने, छह महीने और एक साल के सबस्क्रिप्शन पर भी उपलब्ध है और इसका शुल्क क्रमश 50, 90 और 170 रुपए रखा गया है। आनंद के अनुसार, शुरू में जब डिट्टो टीवी लॉन्च हुआ था तब ज्यादा लोग इसके बारे में नहीं जानते थे, इसलिए लोगों को इसके बारे में बताने के लिए कि वे फोन पर कैसे टीवी देख सकते हैं, 16 शहरों में एक मार्केटिंग कैंपेन चलाया गया।
कंपनी ने आइडिया सेल्युलर नेटवर्क को अपना अधिकृत भागीदार बनाने के साथ ही कई टेलिकॉम कंपनियों के साथ भागीदारी की है। यह एप फिलहाल अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है और इसमें जल्द ही अन्य भाषाएं भी शामिल की जाएंगी। इसके अलावा इसमें डाउनलोड फीचर भी दिया जा रहा है, जिससे आप कंटेंट को डाउनलोड कर कभी भी देख सकते हैं।
आनंद के अनुसार, ‘कीमतों के बारे में डिट्टो टीवी अन्य प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे है। जहां युप्प महीने का सबस्क्रिप्शन 90 रुपए ले रही है, वहीं डिट्टो पर यह मात्र 20 रुपए है ऐसे में इसे पछाड़ना काफी मुश्किल है।’