Saturday, December 28, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेपर्यटन के लिए पैसे देकर जेल गए लोगों के रोमांचक अनुभव

पर्यटन के लिए पैसे देकर जेल गए लोगों के रोमांचक अनुभव

जेल टूरिज़्म: 20 दिन में 8 लोगों ने पैसे देकर बतौर कैदी गुजारी रात, जानिए उनके अनुभवसांगरेड्डी जिले की सेंट्रल जेल को निजाम ने 1796 में बनवाया था।

आठ लोग पैसे देकर जेल की हवा खाने को तैयार हुए थे। उन्हें 20 दिन तक जेल में रहना था और साथ ही साथ वहां रहने के लिए पैसे भी देने थे। यह मामला तेलंगाना का है। जिन लोगों ने पैसे देकर जेल की हवा खाई उनमें चार इंजीनियर और ट्रक ड्राइवर भी शामिल है। इन लोगों ने जेल में रुकने के लिए 500 रुपए प्रतिदिन दिए थे। दरअसल, तेलंगाना की एक जेल के पुराने हिस्से को फिर से ठीक-ठाक करके म्यूजियम का रूप दिया गया है। उस हिस्से में पैसे लेकर आम लोगों को जेल में रहने का अनुभव दिया जाता है। यह 200 साल पुरानी है। यह हैदराबाद से 80 किलोमीटर दूर है।

जेल की सैर पर पहुंचे इंजीनियर में से एक का नाम नीतीश रेड्डी था। वह हैदराबाद में ही काम करता है। नीतीश ने बताया कि उसके दोस्त ने उस जेल के बारे में बताया था। वह अपने दो दोस्तों के साथ उस जेल में रहने के लिए गया था। तीनों आईआईटी मुंबई में एक साथ पढ़ा करते थे। नीतीश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जेल प्रशासन ने उनके फोन, पर्स के साथ-साथ बाकी सारा सामान भी ले लिया था। साथ ही साथ उन्हें जेल के कैदी की ड्रेस भी दी गई थी। नीतीश ने आगे बताया कि उन्हें चावल और रसम खाने के लिए दी जाती थी। जिसका स्वाद उसे और बाकी लोगों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया था। नीतीश और उसके साथियों ने मुख्य (असली) जेल के कुछ कैदियों से भी बातचीत की थी। नीतीश ने आगे बताया कि जेल के एक कमरे में सिर्फ एक कैदी को ही रखा जाता था। इसलिए वे लोग देर रात तक बातें करते रहते थे और फिर जाकर सोते थे।

जो ट्रक ड्राइवर जेल में रहा उसका नाम टी श्रीकांत है। वह पिछले हफ्ते ही जेल में रहने पहुंचा था। अधिकारियों ने बताया कि वह रात को काफी परेशान हो जाता है और बार-बार घर जाने देने की बात करता था। इसलिए उसे सजा पूरी होने से पहले ही छोड़ दिया गया था।

साभार- इंडियन एक्सप्रेस से

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार