रेलवे में एक अन्य अहम पहल अंजाम दी जा रही है। यह है पुरानी शैली के शौचालयों की जगह बायो शौचालय का इस्तेमाल। एक दशक पहले भारतीय रेल और रक्षा शोध एवं विकास संस्थान ने यात्री डिब्बों में बायो शौचालय लगाने की योजना पर काम करना शुरू किया था। सन 2011 में इसका परीक्षण किया गया और नए डिब्बों में इसे लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया। अब करीब 17,000 डिब्बों में ऐसे शौचालय लगाए जा चुके हैं। अगले पांच सालों में सभी यात्री ट्रेनों में इनका प्रयोग शुरू होना है।
ये शौचालय न केवल स्वास्थ्य की दृष्टिï से बेहतर होते हैं बल्कि इनकी वजह से रेल पटरियों की भी सुरक्षा होगी जो पुरानी शैली के शौचालयों की वजह से खराब होती थीं। रेलवे वर्ष 2020-22 तक पुरानी शैली के शौचालयों को पूरी तरह चलन से बाहर करना चाहती है। इतना ही नहीं यह स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में भी एक अहम कदम साबित हो सकता है।
रेल्वे की नई पहल, अब गाड़ियों में होंगे बॉयो शौचालय
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