मुंबई। महाराष्ट्र के मल्टीप्लेक्सों में प्राइम टाइम में मराठी फिल्मों को दिखाए जाने का विरोध करने वाली शोभा डे अब शिवसेना के निशाने पर है। शोभा डे को शिव सेना ने आंटी बताया है। वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि अगर शिवाजी और उसके बाद बाल ठाकरे ने दादागीरी नहीं कि होती तो शोभा डे और उनके पूर्वजों को पेज थ्री पार्टियां बुर्के में करनी पड़तीं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार ने एक आदेश में कहा था कि प्राइम टाइम यानी 6 से 9 के बीच सभी मल्टीप्लक्सों को मराठी सिनेमा दिखाना होगा। इसी फैसले का शोभा डे ने विरोध किया था।
इस पर शोभा डे ने ट्वीट किया कि, क्या मुंबई के सिनेमाघरों में अब पॉपकोर्न नहीं मिलेगा। प्राइम टाइम में मराठी फिल्मों के साथ तो दही मिसल और वडा पाव ही सही रहेगा। मुझे मराठी फिल्म पसंद है, लेकिन मुख्यमंत्री जी मुझे ये तय करने दीजिए कि मैं मराठी फिल्म कब और कहां देखूंगी, ये फरमान दादागिरी है। देवेंद्र डेक्टेटवाला फडणवीस एक बार फिर सामने है, गोमांस से सिनेमा तक, ये वह महाराष्ट्र नहीं है, जिसे हम प्यार करते हैं। नको…नको ये सब रोको।
शोभा डे को सामना का जवाब
एक निवेदन
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