कमला गोइन्का फाउण्डेशन द्वारा आयोजित “बाबूलाल गोइन्का हिन्दी साहित्य पुरस्कार” के लिए इस वर्ष श्रीमती पवित्रा अग्रवाल जी को उनकी कृति “उजाले दूर नहीं” के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। संग-संग सर्वश्रेष्ठ अनूदित साहित्य के लिए घोषित “बालकृष्ण गोइन्का अनूदित साहित्य पुरस्कार” इस वर्ष कोयम्बतूर की निवासी डॉ. वी. पद्मावती जी को उनकी लोकप्रिय अनुसृजित कृति “कोहरे में कैद रंग” के लिए दिया जा रहा है। इस अवसर पर चेन्नई के गणमान्य एवं हिन्दी सेवी व साहित्यकार/पत्रकार श्री रमेश गुप्त ‘नीरद’ जी को “बालकृष्ण गोइन्का हिन्दी साहित्य सम्मान” से नवाजा जायेगा।
कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा सूचित किया है कि शनिवार दिनांक 17 दिसंबर 2017 को सायंकाल 4 बजे से ‘अग्रवाल विद्यालय’ ई.वी.के. संपंत रोड, वेपेरी, चेन्नई में आयोजित पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में उक्त साहित्यकारों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जायेगा।
इस समारोह के अध्यक्ष “कुल सचिव, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, चेन्नई” के डॉ. प्रदीप शर्मा जी होंगे। समारोह का संचालन श्री ईश्वर करूण जी करेंगे।