Sunday, November 24, 2024
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हिन्दी भाषी प्रदेश की लोक सभा अध्यक्ष के राज में लोकसभा टीवी पर हिन्दी की दुर्दशा

श्रीमती सुमित्रा महाजन को मेरा पत्र

महोदया,

इस विषय पर यह मेरा दसवाँ पत्र है. पहला पत्र मैंने 15 मार्च 2013 को भेजा था पर आज तक लोकसभा सचिवालय ने मेरे इतने सारे ईमेल में से किसी भी ईमेल का आज तक कोई भी जवाब नहीं दिया है? क्या सचिवालय के अधिकारी इसी प्रकार कार्य करते हैं कि आम नागरिक के कानून सम्मत प्रश्नों से संबंधित पत्रों के सैकड़ों अनुस्मारक भेजने के बाद भी उनके पत्रों के उत्तर देने की जहमत भी नहीं उठाते? इस बात से सिद्ध होता है कि सचिवालय की कार्यप्रणाली को सुधारे जाने की महती आवश्यकता है.

 

 
इस सम्बन्ध में पिछले डेढ़ साल से शिकायतें की जा रही हैं और राजभाषा विभाग भी संबंधित अधिकारियों को लिख चुका है पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है.
 
लोकसभा टीवी से संबंधित शिकायत :
 
१. लोकसभा टीवी पर सदन की कार्यवाही के सीधे प्रसारण में एवं अन्य कार्यक्रमों में 'स्क्रीन' पर केवल अंग्रेजी में ही सभी कैप्शन दिखाई देते हैं, जो कि राजभाषा सम्बन्धी प्रावधानों का उल्लंघन है.पट्टी (स्क्रोल) भी केवल अंग्रेजी में चलाई जाती है.
२. लोकसभा टीवी के हिन्दी कार्यक्रमों/समाचार आदि में अनावश्यक रूप अंग्रेजी के शब्दों को ठूँसा जा रहा है.
३. लोकसभा टीवी की आधिकारिक वेबसाइट अंग्रेजी में पहले खुलती है जबकि राजभाषा हिन्दी है तो हिन्दी वेबसाइट ही पहले खुलनी चाहिए.
४. लोकसभा टीवी की हिन्दी वाली आधिकारिक वेबसाइट अद्यतन नहीं की जाती है.
 
विशेष: दोनों सदनों में मतदान के बाद मतगणना के प्रदर्शन हेतु लगाए गए डिजिटल मीटर केवल अंग्रेजी में हैं. [जैसे YES, NOES, TOTAL YES, TOTAL NOES,] इसमें अविलम्ब हिन्दी को शामिल किया जाए. 
 
मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि मेरी शिकायतों का निपटारा करने के निर्देश जारी करें।
 

1
अनुच्छेद ३५१. हिंदी भाषा के विकास के लिए निदेश
संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिंदी भाषा का प्रसार बढ़ाए, उसका विकास करे जिससे वह भारत की सामाजिक संस्कृति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके और उसकी प्रकृति में हस्तक्षेप किए बिना हिंदुस्तानी आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट भारत की अन्य भाषाओं में प्रयुक्त रूप, शैली और पदों को आत्मसात करते हुए और जहां आवश्यक या वांछनीय हो वहां उसके शब्द-भंडार के लिए मुख्यत: संस्कृत से और गौणत: अन्य भाषाओं से शब्द ग्रहण करते हुए उसकी समृद्धि सुनिश्चित करे।

भवदीय
प्रवीण जैन,
ए-१०३ आदीश्वर सोसाइटी, जैन मंदिर के पीछे, 
सेक्टर ९ ए, वाशी नवी मुंबई – ४००७०३  

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