कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के 133वें स्थापना दिवस पर मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपने भाषण में उन कहा कि ”कांग्रेस पार्टी का इतिहास एक विचार और एक आंदोलन का इतिहास है। कांग्रेस का भारत से, भारत के लोगों से सांझे दर्द का रिश्ता है: हमारे दर्द सांझे हैं, हमारे सपने सांझे हैं, हमारी डेस्टिनी सांझी है।”
अपने संबोधन में उन्होंने इक़बाल का एक शेर पढ़कर कांग्रेस की यात्रा का मकसद समझाया। उन्होंने कहा, ”हमारी इस यात्रा का क्या मकसद है? इकबाल के शब्दों में: सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क़ के इम्तिहां और भी हैं”
राहुल के इस बयान को आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया। जिस पर यूजर्स ने इकबाल के शेर को मजाकिया अंदाज में ढाला और चुटीले जवाब दिए। राहुल के ऊपर बने एक ट्रोल अकाउंट से ट्वीट किया गया, ”सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क़ के इम्तिहां और भी हैं, कांग्रेस को जड़ से मिटाऊंगा, अभी 2-3 राज्यों में सरकार और भी है”
सितारों के आगे जहाँ और भी हैं,
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं
काँग्रेस को जड़ से मिटाऊंगा
अभी 2-3 राज्यों में सरकार और भी है
वाह सर वाह, ट्यूब कभी टायर नहीं हो सकता,
और पप्पू शायर नहीं हो सकता ,