Thursday, November 28, 2024
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युवा शक्ति को देश के प्रति कर्तव्यों का बोध कराना अत्यंत आवश्यक: ब्रह्मानंद राजपूत

आगरा। अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने अपने दहतोरा स्थित कार्यालय पर स्वामी विवेकानंद जी की 154 ?वीं जन्म-जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई। इस मौके पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के संपादक मानसिंह राजपूत ऐडवोकेट ने स्वामी विवेकानंद जी की तस्वीर पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रध्दा सुमन अर्पित किये।

अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के उप-संपादक ब्रह्मानंद राजपूत ने कहा कि आज धर्म के नाम पर दुनिया भर में जो मारकाट मची है, धर्म के नाम पर दुनिया भर में जो पाखण्ड फैला है ऐसे हालात में विवेकानंद के ओजस्वी विचारों का दुनिया भर के युवाओं के लिए अधिक महत्त्व है, जिन्हें संपूर्णता में समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने तीस वर्ष की आयु 1893 में शिकागो, अमेरिका के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व कर ऐतिहासिक भाषण देकर विश्व में हिन्दू धर्म को सार्वभौमिक पहचान दिलाने में अहम् भूमिका निभाई। जब हिन्दू चारों तरफ से अंधकार में थे, तब अपने ज्ञान और अपने काम से स्वामी विवेकानंद जी ने उन्हें राह दिखाई। स्वामी विवेकानंद का देश के सभी युवाओं का अनुकरण करना चाहिए।

ब्रह्मानंद राजपूत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने देश के युवाओं को समग्र आध्यात्मिक सोच और दिशा दी थी। स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाए जाने का मुख्य कारण उनका दर्शन, सिद्धांत, अलौकिक विचार और उनके आदर्श हैं, जिनका उन्होंने स्वयं पालन किया और भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी उन्हें स्थापित किया। उनके ये विचार और आदर्श युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार कर सकते हैं. किसी भी देश के युवा उसका भविष्य होते हैं। उन्हीं के हाथों में देश की उन्नति की बागडोर होती है।आज देश में जहां चारों तरफ भ्रष्टाचार, बुराई और अपराध का बोलबाला है, जो घुन बनकर देश को अंदर-ही-अंदर खाए जा रहे हैं। ऐसे में देश की युवा शक्ति को जागृत करना और उन्हें देश के प्रति कर्तव्यों का बोध कराना अत्यंत आवश्यक है।

इस मौके पर अरब सिंह बॉस, हरिप्रसाद ऐडवोकेट, प्रभाव सिेह, धारा राजपूत, पवन राजपूत, दुष्यंत राजपूत, मोरध्वज राजपूत, विष्णु लोधी, दीपक लोधी, लोकेन्द्र लोधी, नीतेश राजपूत, संदीप राजपूत, राकेश राजपूत, मुकेश लोधी, दिनेश लोधी, भूरीसिंह, जीतेन्द्र लोधी, राजवीर सिंह, राहुल लोधी, रवि लोधी सहित समाज के प्रमुख लोग उपस्थित रहे।

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