उत्तर प्रदेश में महंत योगी आदित्यनाथ सरकार की ताजपोशी होते ही मीट कारोबारियों के होश फाख्ता हो गए हैं। अवैध रूप से संचालित होने वाले कमेला और गलियों में पशु कटान रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। रविवार को आम दिनों की तुलना में पशुओं का कटान बहुत कम हुआ। एक नामचीन बफैलो मीट एक्सपोर्ट यूनिट के आला अधिकारी ने बताया कि इस कारोबार से संबंधित सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं, जिससे कारोबारियों में खलबली मची है।
इधर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम, पशुधन प्रसार विभाग ने अलीगढ़ की मीट एक्सपोर्ट यूनिट में रोजाना कटने वाले पशुओं सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है, ताकि लखनऊ से कभी भी कोई सूचना मांगे जाने पर तत्काल जवाब दिया जा सके।
अगर कार्रवाई का निर्देश मिले तो तत्काल कार्रवाई हो सके। गौर हो कि भाजपा सरकार ने चुनाव घोषणा पत्र में यांत्रिक कत्लगाहों को बंद कराने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि इस संबंध में भाजपा सरकार जल्द ही सख्त कदम उठाएगी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल मैनेजर ने कालका सिंह ने बताया कि अलीगढ़ में वर्तमान में पांच मीट एक्सपोर्ट यूनिट संचालित हैं। जिनका पूरा ब्यौरा उपलब्ध करा लिया गया है। बाकी कमेला नगर निगम के क्षेत्र में है जिस पर नगर निगम कार्रवाई करेगा।
गौर हो कि अलीगढ़ में अवैध रूप से पशुओं का गली गली कटान हो रहा है। ये कटान बिना किसी लाइसेंस के हो रहा है। चर्बी से दुर्गंध से भी लोग परेशान हैं। भाजपा विधायक संजीव राजा, राजवीर दिलेर, अनिल पाराशर लगातार कह रहे हैं कि अवैध पशु कटान हर हाल में बंद होगा। ऐसे में अब जल्द ही बड़ी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। एक दो दिन में कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है, इसी आशंका में अधिकांश लोगों ने अचानक काम बहुत कम कर दिया है।
साभार- http://www.amarujala.com/ से